-ग्रामीणों ने शहीद का स्मारक बना, 50 फीट उंचा तिरंगा फहराकर श्रद्धांजलि अर्पित की -आजादी के अमृतोत्सव के तहत आयोजित था कार्यक्रम गुरुग्राम,12 सितम्बर। भारत —पाक 1965 के युद्ध में शहीद हुए हरपाल सिंह चौहान की पुण्यतिथि पर 55 वर्ष बाद गांव कारौला के ग्रामीणों ने सरकार के ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के तहत शहीद स्मारक बनाकर वहां पर 50 फीट उंचा तिरंगा फहरा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इंडिया एक्स सर्विसमैन संगठन के प्रमुख एंव पूर्व ब्रिगेडियर करतार सिंह ने ध्वजारोहण के उपरांत शहीद हरपाल सिंह के नवनिर्मित स्मारक पर पुष्प चक्र चढ़ा कर उनको नमन किया। इस अवसर पर प्रबंधन कमेटी द्वारा देश की आजादी के लिए वीरगति को प्राप्त हुए वीरों की वीरांगनाओं, उनके माता-पिता आदि परिजनों के अलावा कराटे कोच एवं एशियन जज शिहान राजू किडवाल सहित सामाजिक, खेल, शिक्षा जगत में उत्कृष्ट प्रर्दशन करने वाली महान विभूतियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पूर्व ब्रिगेडियर करतार सिंह , हरियाणा जन चेतना पार्टी (वी) के राष्ट्रीय महासचिव अशोक तंवर, कार्यक्रम आयोजन कमेटी के अध्यक्ष अमित पहलवान आदि वक्ताओं ने कहा कि मां भारती की सीमा पर रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए वीर देश की धरोहर होते हैं। उनका और उनके परिजनों का सम्मान करना हम सभी देशवासियों का नैतिक कर्तव्य बनता है। 10 सितम्बर 1965 में भारत -पाक युद्ध में अपने प्राणों का बलिदान देकर मां भारती की गोद में सदा के लिए लीन हुए अमर शहीद हरपाल सिंह चौहान की शहादत को कभी भुलाया नही जा सकता है। ऐसी महान विभूति की जन्म स्थली पर नमन करना अपने आप में गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि देश सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद हरपाल सिंह गांव के नौजवानों के लिए सदैव एक प्रेरणा का स्त्रोत रहे हैं। यही कारण है कि आज गांव कारौला का हर तीसरा युवा भारतीय सेना में भर्ती होकर मां भारती की सेवा कर रहा है। इस मौके पर जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष संजीव यादव, पूर्व जिला पार्षद राव विजय पाल संटी, मार्किट कमेटी के पूर्व चेयरमैन राव मानसिंह प्रमुख रूप स उपस्थित रहे। Post navigation विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं से हरियाणा राज्य स्तरीय महिला पुरस्कारों के लिए आवेदन आमंत्रित -डीसी 1947 के विभाजन का दर्द – बुजुर्गों की जुबानी