सैकड़ों किसानों पर लटकी थी मुआवजा वापसी की तलवार

गुरुग्राम। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत का मानेसर के आसपास स्थित 6 गांव के किसान जनसभा कर सम्मान करेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि उनकी अधिकृत भूमि के मोजे वापसी को लेकर उन पर नोटिस आ रहे थे और किसान मानसिक रूप से काफी पीड़ित थे।केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने किसानों को आर ए नोटिस ऊपर प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात की और किसानों को समस्या से मुक्त करवाने में अहम भूमिका निभाई। केंद्रीय मंत्री के मिले सहयोग के लिए किसानों ने निर्णय लिया है कि वह केंद्रीय मंत्री का गांव में बुलाकर स्वागत करेंगे और उनका आभार प्रकट करेंगे।

मानेसर के आसपास स्थित गांव बांस हरिया, ढाणा, बांस कुसला, कासन , मानेसर आदि की जमीन को प्रदेश सरकार द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया था। किसान भूमि अधिग्रहण के कम मुआवजा को बढ़ाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट तक गए थे सर्वोच्च न्यायालय का फैसला किसानों के पक्ष में आ गया था, लेकिन तकनीकी कारणों सरकार उसे लागू नहीं कर रही थी। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद भी एचएसआईडीसी की ओर से कोर्ट में अपील की गई और किसानों को मुआवजा वापसी के नोटिस भेज दिए गए। किसानों ने नोटिस मिलने के बाद लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बहिष्कार की घोषणा की थी लेकिन सांसद व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने उनसे मिलकर कहा कि वे मुख्यमंत्री से बात कर इस मामले को सुलझा कर किसानों की समस्या को दूर करेंगे।

चुनाव के बाद केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात की और उन्हें पत्र भी लिखा और किसानों की समस्याओं को अवगत करवाते हुए मुआवजा वापसी के लिए किसानों के नोटिस को सरकार द्वारा वापस लेने की मांग भी की थी। केंद्रीय मंत्री का सहयोग निरंतर इस मामले में किसानों को मिला और किसानों के संघर्ष की जीत हुई।

ढाणा से समंदर सिंह, कासन के सरपंच सत्यदेव, कृष्ण कानूनगो, पूर्व सरपंच पहलाद, मानेसर से सूरत लंबरदार बलबीर मास्टर, रामपाल धनखड, सूर्यदेव नंबरदार, पूर्व सरपंच झुतर सिंह आदि ग्रामीण उपस्थित थे।

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