इलाके की खापों व संगठनों की अगुवाई में किसान- मजदूरों ने किया रोष प्रदर्शन

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

29 अगस्त, – प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के दौरे के दौरान करनाल में पुलिस द्वारा निहत्थे किसानों पर हुए निर्दयतापूर्वक लाठीचार्ज के विरोध में इलाके की विभिन्न खाप और संगठनों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन उपायुक्त की गैरहाजिरी में एसडीएम डॉक्टर वीरेन्द्र को कैम्प कार्यालय में सौंपा। उन्होंने करनाल के एसडीएम को बर्खास्त करने की मांग करने के साथ दोषी पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही करने की भी मांग की है। किसानों ने लाठीचार्ज की कड़ी निंदा कर सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की एक काल पर सभी किसान मजदूर तत्पर रहेंगे और सरकार की ज्यादतियों का डटकर मुकाबला करेंगे।

इससे पहले किसान और मजदूर जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थी रोज गार्डन में सुबह 10 बजे जुटना शुरू हो गए थे। करीब 11 बजे सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए सभी जुलूस के रूप में प्रदर्शन करते हुए बस स्टैंड से परशुराम चौक होते हुए रोहतक रोड़ पर स्थित उपायुक्त के कैम्प कार्यालय में 12 बजे पहुंच गए। रास्ते में कई बार जाम भी लगा जिसे पुलिस ने मुस्तैदी से संभाला।

किसानों ने कहा कि सरकार घमंड में चूर है। यही वजह है कि किसान आंदोलन को चले नौ महीने हो गए हैं, इस बीच 650 से ज्यादा किसान शहादत दे चुके हैं। लेकिन अभी तक सरकार नींद से नहीं जागी है। उन्होंने कहा कि किसान- मजदूर के साथ कि गई ज्यादती सरकार को महंगी पड़ेगी और उनके बदन पर पड़ी एक एक लाठी का हिसाब लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कल के लाठीचार्ज ने अंग्रेजों के शासनकाल की याद ताजा करा दी। उन्होंने कहा कि सरकार जितने मर्जी जुल्म कर ले लेकिन हमारे हौंसले कम नहीं कर सकती।

इस मौके पर पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रणसिंह मान, विधायक सोमबीर सांगवान, सांगवान खाप के सचिव नरसिंह डीपीई, फौगाट खाप के प्रधान बलवन्त नम्बरदार, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, सुरेश फौगाट, प्रवीण चेयरमैन, शमशेर फौगाट, सुरजभान सांगवान, सुरेंद्र कुब्जानगर, कमलेश भैरवी, निर्मला पांडवान, सत्या लेघा, नितिन जांघू, उमेद पातुवास, जयभगवान मस्ताना, कॄष्ण फौगाट, रणधीर घिकाड़ा, पूर्व सरपंच सोनू, दयानंद सरपंच, देवेंद्र लीला, डॉ चंदन, धर्मबीर नम्बरदार इत्यादि मौजूद थे।