ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन रजी.न. 1947 की राज्य  कमेटी द्वारा 5 सितम्बर 2021 को करण पार्क करनाल में कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाया गया है। आयोजित होने वाले सम्मेलन को(संघर्ष दिवस) का नाम दिया गया है।

गुरुग्राम, 28 अगस्त। प्रैस के नाम संयुक्त बयान जारी करते हुए राज्य प्रधान विनोद शर्मा, महासचिव सुखविंदर सिंह बयाना, वरिष्ठ उप प्रधान मायाराम उनियाल, कोषाध्यक्ष मुनींद्र सिंह, मुख्य संगठन सचिव सरदार अजायब सिंह व संगठन सचिव अरुण शर्मा ने कहा कि सम्मेलन में 5 सितम्बर 2018 को रोडवेज कर्मचारियों द्वारा कि गई हड़ताल व संघर्ष को याद करते हुए तथा संघर्ष दिवस के रूप में मनाते हुए कार्यकर्ताओं में जोश,उत्साह व चेतना का संचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार एवं उच्च अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों कि मांगो व समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है।

उन्होंने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि मांगे लागू करना व समस्याओं का समाधान करना तो दूर की बात है विभाग के उच्च अधिकारी यूनियन को समय मांगने के बावजूद वार्ता के लिए समय नहीं दे रहे है। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग में 4500 ई- टिकटिंग प्रणाली का टेंडर फाइनल होने का तो हम स्वागत करते है । वहीं विभाग के माननीय प्रधान सचिव एवं महानिदेशक द्वारा डिपो स्तर पर अधिकारियों द्वारा व्यापक भ्रष्टाचार की ओर कोई ध्यान न देकर सार्वजनिक रूप से बार बार यह बयान जारी किए का रहे हैं कि ” परिचालक टिकटों में हेरा- फेरी करते है जिनकी ज्यादा पकड़ नहीं हो पाती” पर कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि कुछ मुठ्ठी भर ऐसे परिचालक हो सकते है जो हेरा फेरी करते हो वह भी अधिकारियों की मिली भगत से परंतु विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा परिचालक वर्ग के प्रति इस प्रकार के बयान जारी करना उचित नहीं है। क्योंकि इस प्रकार के बयानों से जनता के बीच विभाग की बदनामी हो रही है वहीं मेहनती, ईमानदार चालक परिचालकों का मनोबल भी गिरता है।

उन्होंने कहा कि माननीय परिवहन मंत्री एवं उच्च अधिकारी विभाग में कई वर्षो बाद 809 नई बसें शामिल करने का लगातार बयान दे रहे है परंतु यह नहीं बताया जा रहा कि विभाग से कितनी बसे कंडम हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जब तक ये बसे मार्ग पर आएगी तब तक इससे ज्यादा पुरानी बसे कंडम हो जाएगी इसलिए सरकार को विभाग एव जनहित में तुरंत एक हजार और नई बसो के टेंडर करने चाहिए। शर्मा एवं बयाना ने कर्मचारी मांगो पर कहा कि सरकार द्वारा वर्षो से लंबित पड़ी मांगो को लगातार अनदेखा किया जा रहा है जिसमे 2016 में भर्ती किए गए ठेके पर चालको  को पक्का करना,परिचालकों का ग्रेड पे बढ़ाना, वर्कशॉप कर्मचारियों को पूर्व कि भाती हॉलीडे लागू करना, 5 वर्ष से लंबित बोनस देना, वर्दी एवं शूज भत्ता बढ़ा कर समय पर जारी करना,मुख्यालय स्तर पर वर्षो से लंबित अपीलों का समयबद्ध निपटारा करना,प्रमोशन हुए इंस्पेक्टरों को सभी डिपो में एक समान वार्षिक वृद्धि प्रदान करना तथा निदेशालय द्वारा समय समय पर जारी आदेशो को डिपो स्तर पर सख्ती से लागू करवाना शामिल है।

उन्होंने कहा कि उपरोक्त मांगो पर सम्मेलन में गंभीरता पूर्वक चर्चा कि जाएगी तथा इनको लागू करवाने के लिए कारगर नीति बनाते हुए आंदोलन कि रूप रेखा तैयार कि जाएगी। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों कि कुछ मांगे सरकार से अलग मुख्यालय स्तर कि है इसलिए यूनियन महानिदेशक महोदय से अपील करती है कि वह यूनियन को बातचीत का समय देकर छोटी छोटी मांगो एवं समस्याओं का जिससे समाधान हो सके।