गुरुग्राम,21 अगस्त। युवा संगठन – आल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन ( एआईडीवाईओ) के कार्यकर्त्ताओं ने गुड़गांव सदर बाजार के डाकखाना चौंक पर हरियाणा पुलिस भर्ती पेपर लीक व परीक्षा को रद्द करने के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया और हरियाणा सरकार का पुतला फूंका।

संगठन के प्रांतिय संयोजक बलवान सिंह ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि संगठन ने 14 अगस्त को रोहतक में इस विषय पर राज्य स्तरीय विरोेध प्रदर्शन के माध्यम से मुख्यमन्त्री हरियाणा सरकार को ज्ञापन दिया था और बेरोजगार नौजवानों के साथ हुए अन्याय एवं खिलवाड़ पर 20 अगस्त तक उन्हें न्याय देनें की मांग की थी। लेकिन आज तक सरकार ने सिपाही भर्ती की प्रक्रिया को पुनः चालू करने व मुआवजे की मांग पर कोई कदम आगे नहीं बढाया है।

उन्होंने आगे कहा कि युवक और युवतियां नौकरी के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, कोचिंग लेते है, काफी पैसे खर्च करते हैं , इन सबके बावजूद नौकरी की कोई गारंटी नहीं है। परन्तु सरकार उनकी कठोर मेहनत और सपनों पर बार बार पेपर लीक आदि से पानी फेर देती है। पहले भी नौकरी के लिए परीक्षाएं रद्द हो चुकी हैं। प्रदेश के नौजवानों के साथ इस तरह का अन्याय डी वाई ओ संगठन किसी भी हालत में सहन नहीं करेगा । युवाओं का सच्चा संगठन होने के नाते डी वाई ओ प्रदेश के युवाओं के साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़ा है।

युवा आंदोलन के दवाब में आकर हरियाणा सरकार पेपर लीक पर एक कानून लाने‌ की बात कर रही है।परंतु इस प्रस्तावित बिल में आवेदन करने वालो की अनदेखी की का रही है। हम जो मांग उठा रहे है कि आवेदन करने वालो को फार्म भरने से लेकर परीक्षा,फिजिकल टेस्ट तक जो खर्चा उठाना पड़ता है फिर रद्द होने पर मानसिक कष्ट होता है,उसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे ,कानून में इस बात पर जोर दिया जाए।

जिला सचिव राजेश कुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार पहले भी कई भर्तियां रद्द कर चुकी है। प्रदेश में हज़ारों पद खाली पड़े हैं जिन पर लंबे समय से कोई भर्ती नहीं की गई है। भाजपा सरकार की नीति रोजगार देने की नहीं बल्कि रोजगार को समाप्त करने की है। भाजपा के पिछले सात साल के रिपोर्ट कार्ड में भर्तियां करने की बजाय भर्तियां रद्द करना ज्यादा है।

युवा संगठन एआईडीवाईओ ने सरकार से मांग की है कि हरियाणा पुलिस परीक्षा पेपर लीक की सीबीआई जांच की जाए और पेपर लीक साजिश की सच्चाई को सामने लाया जाए। एवं अपराधी साजिशकर्ताओं को सार्वजनिक कर कड़ी सजा दी जाए, प्रत्येक आवेदक को 25000 रूपये क्षति पूर्ति के रूप में मुआवजा दिया जाए, सभी नौकरियों की तमाम प्रक्रियाएं आखिर तक निशुल्क हों, सभी बेरोजगारों को योग्यता अनुसार स्थाई रोजगार दिया जाए, हरियाणा में तमाम रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए, हरियाणा पुलिस सिपाही भर्ती की प्रक्रिया को पुनः चालू किया जाए, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएं, पुलिस भर्ती को तुरंत बहाल किया जाए।

पीड़ित आवेदकों की फीस ,किराया समेत कोचिंग इत्यादि के खर्चे वापिस किए जाए। रोजगार के लिए आवेदन करने वाले युवक युवतियों को अन्तिम चरण तक निशुल्क व्यवस्था की जाए। भविष्य में पेपर लीक होने एवं परीक्षा रद्द करने की घटनाओं की पुनरावृति ना हो।

जिला उपाध्यक्ष वजीर सिंह ने अपनी बात रखते हुए बोला कि पिछले कई सालों से देश के नौजवानों के साथ मध्यप्रदेश के नौजवान भी रोजगार की मांग को लेकर आन्दोलनरत् हैं। वे लगातार सरकार से माँग करते रहे हैं कि राज्य सरकार के अंतर्गत विभिन्न विभागों मैं खाली सभी पदों को अविलंब भरा जाए लंबित भर्ती प्रक्रिया को समय से पूरा किया जाए। लेकिन मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा 18 अगस्त को बेरोज़गार युवाओं की बात सुनने की बजाय उल्टे उन पर भीषण लाठीचार्ज किया और गिरफ्तार कर लिया गया जिसकी हम घोर निंदा करते हैं। तथा माँग करते रहे हैं कि राज्य सरकार बेरोज़गार युवाओं के आन्दोलन का लाठी के बल पर दमन करने की बजाय उनकी सभी मांगों को पूरा करे।

वजीर सिंह द्वारा मांगों के जोरदार नारों के बीच हरियाणा सरकार के पुतले को आग के हवाले किया गया। सभी कार्यकर्त्ताओं का धन्यवाद करते हुए युवाओं से रोजगार की मांग पर एकजुट होकर सतत आंदोलन की अपील की।

प्रदर्शन में राजेश गोस्वामी, कोमल सिंह, रामचंद्र, कमलकान्त,रणजीतसिंह, वजीर सिंह आदि शामिल हुए।

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