– मुख्य कार्यक्रम स्वर्ण जयंती लोक निर्माण विश्रामगृह में रखा गया, विधायक सत्यप्रकाश जरावता थे मुख्य अतिथि
– कार्यक्रम में हरियाणा प्रदेश में पीएमजीएसवाई के तहत सड़क निर्माण का ब्यौरा देते हुए गुणवत्ता पर हुई चर्चा

गुरूग्राम, 18 अगस्त। आजादी के अमृत महोत्सव का आयोजन आज लोक निर्माण विभाग  हरियाणा ने गुरूग्राम के स्वर्ण जयंती लोक निर्माण विश्रामगृह में किया जिसमें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया। इस मौके पर पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता मुख्य अतिथि थे। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गांवों को सड़कों को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरूआत की थी। उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी के वीजन से गांव आपस में जुड़े जिससे देश में ग्रामीण दर्शन का सपना साकार हुआ। प्रधानमंत्री रहते हुए श्री वाजपेयी ने बिना भेदभाव के पूरे देश के ग्रामीण क्षेत्रों में इस योजना के लिए सड़को का निर्माण करवाया। अब वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी बिना भेदभाव के पूरे देश में सभी को कोरोना का मुफत वैक्सीन लगवा रहे हैं। श्री जरावता ने बैठक में शामिल हुए गुरूग्राम सहित 6 जिलांे के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इस आजादी के अमृत महोत्सव की बधाई दी। 

इससे पहले मुख्य अतिथि विधायक सत्यप्रकाश जरावता का स्वागत करते हुए लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता नरेंद्र ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव को हर्षोल्लास से मनाने का दायित्व लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है। इसके अंतर्गत प्रदेश में विभाग ने तीन स्थानों पर कार्यक्रम रखे। इसमें 16 अगस्त को सोनीपत, 18 अगस्त को गुरूग्राम तथा 20 अगस्त को कैथल में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कार्ययोजना के अंतर्गत आज गुरूग्राम में यह कार्यक्रम रखा गया है जिसमंे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना पर विस्तार से चर्चा हुई है। 

कार्यक्रम में नेशनल क्वालिटी मोनिटर आर के कंसल मुख्य वक्ता थे जिन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के विभिन्न चरणों और उसके अंतर्गत बनाई गई सड़को की क्वालिटी की परख करने के विषयों पर विस्तार से प्रेजेंटेशन दी। इस प्रेजेंटेशन में बताया गया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का पहला चरण सन् 2000 से 2009 तक चला, जिसमें  पूरे देश में 645644 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया जिसमें से 607869 किलोमीटर की सड़के बनाई भी गई। यह दूरी पूरे ग्लोब के 15 चक्कर लगाने जितनी है, इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कार्य कितना बड़ा था। इस पहले चरण में हरियाणा प्रदेश में 1394.43 करोड़ रूप्ए खर्च करके 426 सड़कें बनाई गई जिनकी कुल लंबाई 4500 किलोमीटर की थी। प्रथम चरण में गांवों को जोड़ने के लिए नई सड़के बनाने पर फोकस था। श्री कंसल ने बताया कि हरियाणा प्रदेश को इस योजना के तहत मिली सड़कों का निर्माण तय समय सीमा से पहले ही पूरा कर लिया गया। इस लिहाज से हरियाणा योजना के क्रियान्वयन में अग्रणी रहा। 

इसी प्रकार, योजना का दूसरा चरण सन् 2014 से सन् 2018 तक की अवधि में चलाया गया, जिसमें देश में 50 हजार किलोमीटर लंबाई की सड़कों को अपग्रेड करने का लक्ष्य रखा गया और इसमें से 44340 किलोमीटर की सड़के अपग्रेड भी की गई। इस दूसरे चरण में हरियाणा में 747.28 करोड़ रूप्ए खर्च करके 83 सड़को को अपग्रेड किया गया था जिनकी कुल लंबाई लगभग 990 किलोमीटर थी। इस चरण में सड़को पर 18 पुल भी बनाए गए जिन पर लगभग 40 करोड़ रूपए की लागत आई। यही नहीं, दूसरे चरण में ग्रामीण विकास मंत्रालय ने 52.5 किलोमीटर लंबाई की 5 सड़के और मंजूर की जिन पर 26.60 करोड़ रूपए की राशि खर्च की गई। इस प्रकार, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के दूसरे चरण मे ंहरियाणा प्रदेश में 807.74 करोड़ रूप्ए की राशि खर्च करके 1016 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया। 

वर्तमान में योजना का तीसरा चरण चल रहा है जो सन् 2019 से शुरू हुआ था और 2024 तक चलेगा। इस तीसरे चरण के पहले बैच में हरियाणा प्रदेश में लगभग 690 किलोमीटर लंबाई की 83 सड़कों पर काम चल रहा है जिन पर लगभग 384 करोड़ रूपए की लागत आएगी। इस लागत मंे लगभग 230 करोड़ रूपए केंद्र सरकार वहन करेगी और बाकी की राशि राज्य सरकार को वहन करनी होगी। श्री कंसन ने बताया कि इस तीसरे चरण के दूसरे बैच में लगभग 1217 किलोमीटर लंबाई की 120 सड़के मंजूर की  गई है जिन पर लगभग 550 करोड़ रूप्ए खर्च होंगे। अब तक योजना के तीसरे चरण में हरियाणा प्रदेश में मंजूर की गई 1906 किलोमीटर लंबाई की सड़को मे से 650 किलोमीटर सड़कों का निर्माण पूरा किया जा चुका है। यह भी बताया गया कि योजना के तीसरे चरण के बैच तीन की प्रक्रिया भी चल रही है जिसके अंतर्गत 605 किलोमीटर लंबाई की 58 सड़कों का प्रस्ताव ग्रामीण विकास मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेजा गया है। यह मंजूरी 30 सिंतबर 2021 तक मिलने की आशा है। 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने सड़क निर्माण का अच्छा कार्य करने वाले ठेकेदारों को लोक निर्माण विभाग की ओर से सम्मानित भी किया। इस अवसर पर गुरूग्राम, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, नूंह, पलवल तथा फरीदाबाद जिलों के लोक निर्माण विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे। 

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