मृतक विजय कुमार एक सीनियर वकील थे. प्राथमिक जांच में मामला खुदकुशी का बताया गया. अभी तक खुदकुशी करने के पीछे कोई कारण सामने नहीं आए हैं.

करनाल-  करनाल कोर्ट परिसर में मंगलवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब घर से मार्निंग वाक पर निकले एक वरिष्ठ वकील ने चेंबर में आकर खुद को गोली मार ली। सूचना मिलते ही वकीलों में हड़कंप मच गया तो पुलिस ने चेंबर सील कर दिया है। पुलिस ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक सुबह करीब नौ बजे हर रोज की तरह वकील अपने चेंबरों पर पहुंचने शुरू हुए थे, तो चेंबर नंबर 268 में सेक्टर 13 वासी करीब 50 वर्षीय वकील विजय कुमार चोपड़ा का शव पड़ा हुआ था। यह सूचना कुछ ही देर में सभी वकीलों में पहुंच गई तो पुलिस को भी सूचना दी गई। जिसके बाद सिविल लाइन थाना एसएचओ रोशन लाल, सेक्टर 13 पुलिस चौकी इंचार्ज जितेंद्र टीम के साथ पहुंचे तो चेंबर में वकील के शव के पास गोली का खोल व 32 बोर रिवाल्वर भी पड़ी थी। गोली वकील की कनपटी पर लगी थी। पुलिस ने तत्काल ही चेंबर सील कर दिया तो एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया, जिसके बाद टीम ने साक्ष्य जुटाए। सूचना मिलते ही वकील के स्वजनों में मातम पसर गया और मृतक वकील के भाई राजेश कुमार व अन्य स्वजन भी पहुंचे।

सिविल लाइन थाना एसएचओ रोशन लाल के मुताबिक स्वजनों ने बताया है कि विजय कुमार चोपड़ा कुछ समय से मानसिक तौर पर परेशान थे, लेकिन उनकी परेशानी की वजह अभी पता नहीं लग पाई है। स्वजनों ने बताया है कि करीब छह बजे हर रोज की तरह विजय कुमार मार्निंग वाक पर घर से निकले थे। इसके बाद वे वापस नहीं लौटे और उनके पास घटना की सूचना ही पहुंची और वे मौके पर पहुंचे तो शव चेंबर में पड़ा था। उन्होंने बताया है कि घर में किसी प्रकार की कोई आर्थिक व अन्य परेशानी नहीं थी, जिसके बावजूद वे मानसिक तौर पर परेशान रहने लगेे थे।

विजय कुमार न केवल जिला कोर्ट में बल्कि पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में भी प्रैक्टिस कर रहे थे। वकील कृष्ण लाल, संदीप कुमार, ईश्वर सिंह सहित अन्य वकीलों का कहना है कि वे बेहद मिलनसार स्वभाव के थे। 20 साल से अधिक समय से वे यहां प्रैक्टिस कर रहे थे और हर किसी के साथ अपनेपन से मिलते थे। अचानक यह कदम क्यों उठा लिया, वे समझ नहीं पाए हैं। हर वकील इस घटना से हैरान है और वकील अपने स्तर पर भी मामले की जांच करने को लेकर बैठक करेंगे। उनके चेहरे पर कभी ऐसा नहीं लगा था कि वे खुद को गोली मार सकते हैं। मृतक वकील के भाई राजेश चोपड़ा सिंचाई विभाग में एक्सईएन के तौर पर तैनात है जबकि पिता केहर सिंह चोपड़ा योग शिक्षक है और वे योग को बढ़ावा देने के लिए हर समय प्रयासरत रहते हैं।

सिविल लाइन थाना एसएचओ रोशन लाल का कहना है कि इस मामले की गहनता से जांच की जाएगी। शव कब्जे में लेकर मोर्चरी हाउस पहुंचा दिया गया है। स्वजनों से भी बातचीत की जाएगी। मौके से शव के पास से ही एक ही गोली का खोल व 32 बोर पिस्तौल मिली है। गोली कनपटी पर लगी है। यह घटना कैसे हुई और पिस्तौल लाइसेंसी है या नहीं, हर पहलू से जांच शुरू कर दी गई है। मृतक वकील सेक्टर 13 में अपने परिवार के साथ रह रहा था।

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