-जीएमडीए द्वारा सैक्टर-81 से 99 तक जलापूर्ति योजना तथा सोनीपत व पानीपत कलस्टर के लिए वैस्ट टू एनर्जी प्लांट का किया उद्घाटन। गुरुग्राम, 16 अगस्त। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में पर्यावरण से जुड़ी दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसमें गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण(जीएमडीए) द्वारा गुरूग्राम के सैक्टर-81 से सैक्टर-99 तक जलापूूर्ति योजना तथा सोनीपत व पानीपत कलस्टर के लिए वैस्ट टू एनर्जी प्लांट का उद्घाटन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जीएमडीए की जिस जलापूर्ति परियोजना का आज उद्घाटन किया गया है उससे गुरूग्राम के सैक्टर-81 से लेकर सैक्टर-99 तक के क्षेत्र में रहने वाले लगभग 3 लाख 80 हजार लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा। इससे पहले परियोजना की प्रैजेंटेशन देते हुए जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल ने बताया था कि सैक्टर-81 से 99 के क्षेत्र में 229 लाइसैंस दिए गए थे जिनमें से 56 लाइसैंसों में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट भी दे दिया है। ये कॉलोनियां फिलहाल टैंकर के पानी पर निर्भर थी और आज इस जलापूर्ति परियोजना की शुरूआत होने से उन्हें नहरी आधारित पानी की आपूर्ति होगी। इस परियोजना पर 76.21 करोड़ रूप्ये खर्च आया है। श्री राजपाल ने कहा कि इस क्षेत्र में जीएमडीए ऐसी तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है कि लोग बिना आरओ लगाए भी सीधे नल से पानी पी सकते हैं बशर्तें कि उनकी अंदरूनी पाइप लाइनें साफ हों। श्री राजपाल ने बताया कि सैक्टर-58 से 115 तक के क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति का कार्य तीन पैकेज में किया जा रहा है जिस पर लगभग 235 करोड़ रूप्ये की लागत आएगी। इसमें से एक पैकेज यह उपरोक्त परियोजना थी जिसकी लागत 76.21 करोड़ रूप्ये है। उन्होंने बताया कि इस पहले पैकेज के तहत जलापूर्ति सुचारू करने में 47 स्थानों पर अवरोध थे जिन्हें दूर किया गया है। इस मौके पर विश्राम गृह में सैक्टर-81 से 99 तक के निवासियों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे जिन्होंने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए धन्यवाद किया। साथ में उन्होंने बादशाहपुर के विधायक एंव हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज के चेयरमैन राकेश दौलताबाद का भी आभार जताया। म्ुाख्यमंत्री ने आज विश्राम गृह से ही सोनीपत व पानीपत कल्स्टर के लिए वैस्ट टू एनर्जी प्लांट का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। इस परियोजना की लागत 176.87 करोड़ रूप्ये है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप आधार पर तैयार हुई इस परियोजना से जहां एक ओर कचरे का निस्तारण होगा वहीं दूसरी ओर इससे 8 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी होगा जो ग्रिड को दी जाएगी। इसका कंसेशनेयर जेबीएम एनविरो है और प्रौजेक्ट की कंसेशन अवधि 22 वर्ष है। इस प्लांट में सोनीपत तथा पानीपत जिलों के चारो स्थानीय निकायों कचरे का निस्तारण किया जाएगा। गन्नौर में स्थापित किए गए इस प्लांट में सन् 2035 तक उत्पन्न होने वाले 750 टन प्रतिदिन कचरे का निस्तारण होगा। कंसेशनेयर्स ने दावा किया कि प्लांट स्थल पर कचरा इक्टठ्ा नही होगा बल्कि साथ साथ ही उसका निस्तारण किया जाएगा तथा वहां किसी प्रकार की गंध भी नही आएगी। इससे पहले शहरी स्थानीय निकाय के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस एन रॉय ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर बादशाहपुर के विधायक एवं हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज के चेयरमैन राकेश दौलताबाद, मुख्यमंत्री के पब्लिक सेफटी एडवाइजर अनिल राव, जीएमडीए के सीईओ सुधीर राजपाल,मंडलायुक्त राजीव रंजन, उपायुक्त डा. यश गर्ग, पुलिस आयुक्त के के राव सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। Post navigation प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत पंजीकरण कैंपों का आयोजन किसान मज़दूर स्वतंत्रता संग्राम दिवस मनाया-चौधरी संतोख सिंह।