गुडगांव: 9 अगस्त 2021 – आज दिनांक 9 अगस्त 2021 को भारत छोड़ो आंदोलन के ऐतिहासिक दिन के अवसर पर बेरोजगारों-युवाओं के अखिल भारतीय संगठन– ऑल इंडिया अनइंप्लॉयड स्ट्रगल कमेटी द्वारा आहूत ‘अखिल भारतीय मांग दिवस’ पर गुड़गांव में लघु सचिवालय पर सांगठनिक कमेटी द्वारा प्रदर्शन किया गया और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को केंद्रीय व राज्य सरकारों के विभागों में खाली पड़े लाखों पदों को भरने की अपनी मांगों का ज्ञापन उपायुक्त महोदय की ओर से तहसीलदार को सौपा गया। ऑल इंडिया अनइंप्लॉयड स्ट्रगल कमेटी जिला गुड़गांव के संयोजक वजीर सिंह ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज बेरोजगारी नौजवानों के सामने सबसे बड़ी समस्या के रूप में खड़ी है। वर्तमान में पूरे देश के अंदर भयंकर बेरोजगारी व महंगाई का आलम है। देश का युवा वर्ग बेरोजगारी व तंगहाली के चलते अवसाद ग्रस्त होकर आत्महत्या जैसे निम्न कृत्य करने पर मजबूर है। बेरोज़गार युवाओ को आत्मसम्मान के साथ आन्दोलन का रास्ता अपनाने की जरूरत है। उन्होने आगे कहा कि एक और गंभीर समस्या से आज नौजवान परेशान हैं, वह है सरकार द्वारा आयोजित प्रतियोगिता परीक्षाओं में गड़बड़ी का होना। परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भी समय से परीक्षा का न होना, रिजल्ट समय पर नहीं आना, परीक्षा पास होने पर भी ज्वॉइनिंग लेटर आने में देरी होने के चलते भी अनेक बेरोजगार आत्महत्या का रास्ता अपनाने को मजबूर हैं। अभी हरियाणा में पुलिस भर्ती के लिऐ होने वाले पेपर का लीक हो जाना एक ताज़ा उदाहरण है जिसने लाखों रोजगार आवेदक युवाओं के समय व धन को बर्बाद कर दिया। हम सरकार से इन सभी आवेदनकर्ता युवाओं के समय व धन की पूर्त्ति करने की मांग करते हैं। राजेश कुमार ने अपनी बात रखते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते हमारे देश करोड़ों रोजगार खत्म हो गए। 2019 के एक आंकड़े के अनुसार बेरोजगारी पिछले 45 सालों में सबसे अधिक थी। पिछले वर्ष कोरोना महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन में 13 करोड़ से ज्यादा लोगों को अपना रोजगार गंवाना पड़ा। दूसरे लॉकडाउन में स्थिति और भी खराब हुई है। आमलोगों पर भी आर्थिक संकट का बोझ लगातार बढ़ रहा है।विशेषकर हरियाणा बेरोजगारी के स्तर के मामले में आज पूरे देश में अब्बल है। और यह स्थिति देश में शासक वर्ग की युवा विरोधी, जनविरोधी नीतियों के परिणाम स्वरुप है। वर्ष 2014 में वर्तमान प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ने वादा किया था कि हर साल 2 करोड़ रोजगार दिए जाएँगे, लेकिन वास्तव में इसका उल्टा हुआ। नए रोजगारों का सृजन तो नही ही हुआ, इसके विपरीत जो कुछ नौकरियाँ उपलब्ध थी उसको भी सरकार के द्वारा खत्म किया जा रहा है। रेलवे समेत सभी सरकारी विभागों के निजीकरण करने से लाखों रोजगार खत्म हो रहे हैं। पिछले 3 सालों में 5 लाख से ज्यादा खाली पड़े पदों को भी सरकार के द्वारा समाप्त किया जा रहा है। आज भारत में किसी भी देश के मुकाबले सबसे अधिक नौजवान है। लेकिन अगर नौजवानों को रोजगार न मिले तो वो अपनी ऊर्जा और शक्ति का इस्तेमाल समाज को विकसित करने में नही लगा पाएंगे। अतः हम सरकार से अपील करते हैं कि सरकारी विभागों में रिक्त पड़े लाखों पदों को अविलंब भरा जाए। हम ऑल इंडिया अनइंप्लॉयड यूथ स्ट्रगल कमेटी की ओर से बेरोजगारों, युवाओं का आह्वान करते हैं कि रोजगार की समस्या पर गंभीरता से विचार करें व सभी विभागों में भर्ती प्रक्रिया को तेज कराने और लाखों रिक्त पदों पर 2021 में ही भर्ती पूरी कराने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बेरोज़गारों को संगठित करके ताकतवर युवा आंदोलन का निर्माण करना होगा। Post navigation सोमवार को जिला में 05 लोगों ने कोरोना को दी मात, 03 पॉजिटिव केस मिले समाधान 15 दिन में करने का जो आश्वासन, आश्वासन बनकर रह गया