इस दुख की घड़ी में जमीयत ए उलेमा की एक टीम परिजनों से मिलने गांव सिंगार पहुंची. जमीयत ए उलेमा के सदस्यों ने मकान बनाने में सीमेंट और क्रशर की जिम्मेदारी उठाते हुए कहा कि एक महीने का खर्चा भी जमीयत उलेमा की टीम उठाएगी.

नूंह –  पुन्हाना उपमंडल के गांव सिंगार में आसमानी बिजली से एक मकान ढह गया. इस मकान के मलबे में एक ही परिवार के 6 लोग दब गए. मलबे में दबे लोगों में दो की मौत हो गई, जिनमें 7 साल की बच्ची सहित एक युवक शामिल है.

परिवार की इस दुख की घड़ी में जमीयत ए उलेमा की एक टीम परिजनों से मिलने गांव सिंगार पहुंची. जमीयत उलेमा के सदस्यों ने मकान बनाने की तामीर में सीमेंट और क्रशर की जिम्मेदारी उठाते हुए कहा कि एक महीने का खर्चा भी जमीयत उलेमा की टीम उठाएगी. जमीयत ए उलेमा मेवात के जनरल सेक्रेटरी मुफ्ती सलीम कासमी ने परिजनों को दिलासा दिलाते हुए कहा कि जो इस दुनिया से चले गए वह अब वापस नहीं आ सकते. हम आपके गम की घड़ी में बराबर के शरीक हैं.

आपको बता दें कि शुक्रवार की रात करीब 3 बजे गांव सिंगार में आसमानी बिजली गिरने से मकान ढह गया. जिसके कारण मकान में सो रहे किसान के दो बच्चों जाहिद व 7 वर्ष की लडकी साहिबा की मौत हो गई. वहीं दूसरी तरफ जेद, साइमा, अफरोज, सना, सहित चार लोग मकान में दबने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए. जिनका इलाज नल्हार मेडिकल में हो रहा है. जमीयत ए उलेमा के सदस्य साबिर मजाहरि ने कहा कि जिसके मकान पर आसमानी बिजली गिरी है, वह आर्थिक रूप से कमजोर इनसान है. सरकार उसकी आर्थिक मदद करे ताकि वह अपने बच्चों के लिए दूसरी जगह रहने का बंदोबस्त कर सके. इस मामले से पूरे मेवात में मातम पसरा हुआ है.

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