गुरुग्राम। दिनांक 31.07.2021 – किसान आंदोलन के 247वें दिन किसान,मज़दूर तथा गुरुग्राम के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रमुख व्यक्ति धरने पर बैठे।संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने तीनों काले कानूनों से पूंजीपतियों को उत्पादक और उपभोक्ता के बीच में बिचौलिया बना दिया है।

उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट पूंजीपतियों से सरकार ने खाद्य पदार्थों के स्टॉक लिमिट हटा दी है।इसलिए कॉर्पोरेट पूंजीपति खाद्य पदार्थों की कितनी भी स्टोरेज कर सकते हैं।किसान अपनी मटर पाँच रुपये से दस रुपये प्रति किलो तक बेचता है तथा कॉर्पोरेट पूँजीपति उसी मटर को प्रोसेस करके 200 रुपये प्रति किलो तक बेचेगा। इस तरह से उत्पादक किसान और उपभोक्ता आम आदमी सभी का शोषण होगा।

उन्होने कहा की मार्किट पर पूरी तरह से कॉर्पोरेट पूँजीपतियों का क़ब्ज़ा हो जाएगा और मार्किट पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि इससे महँगाई बढ़ेगी और भुखमरी बढ़ेगी।

आज धरने पर बैठने वालों में जयप्रकाश रेढू,बलवान सिंह दहिया,माइकल सैनी,डॉक्टर सारिका वर्मा,डॉक्टर हाइफ़ा फ़ारूक़ी,मलीहा अल्वी,मुकेश डागर,नवनीत रोज़खेड़ा,कमांडेंट सत्यवीर सिंह,मनीष मक्कड़,योगेश्वर दहिया, दलबीर सिंह मलिक,रमेश दलाल,करण सिंह,राजवीर सिंह,राजीव कुमार,चिरंजीलाल,रोहित सैनी,राजेश शर्मा,मुकेश कौशिक, प्रमोद खत्री,मनोज झाड़सा,तनवीर अहमद,अमित पंवार,आकाशदीप, विजयवीर,नितिन कुमार तथा अन्य व्यक्ति शामिल थे।

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