गुरूग्राम, 16 जुलाई । जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण(डीएलएसए) द्वारा आज ‘अंतर्राष्ट्रीय न्याय के लिए विश्व दिवस‘ के अवसर पर मानवाधिकारों पर वर्चुअल माध्यम से पैनल चर्चा आयोजित की गई। यह चर्चा डीएलएसए गुरुग्राम द्वारा रोटारैक्ट क्लब और सुशांत विश्वविद्यालय स्कूल ऑफ लॉ के सहयोग से आयोजित की गई थी।

इस दौरान लाॅ जगत के विशेषज्ञों द्वारा आमजन को मानवाधिकारों के बारे में जागरूक करने को लेकर विचार विमर्श किया गया। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायायिक दंडाधिकारी ललिता पटवर्धन ने बताया कि यह दिन इसलिए मनाया जाता है ताकि न्याय का समर्थन करने और पीड़ितों के अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक किया जा सके। इसके अलावा, यह दिन दुनिया भर के लोगों को गंभीर सामाजिक मुद्दों पर ध्यान देने के लिए भी आकर्षित करता है। इस दौरान लोगों को जानी-अनजानी आपराधिक गतिविधियों से बचाव को लेकर सचेत किया जाता है ताकि राष्ट्र की शांति व सुरक्षा में बाधा ना पहुंचे।

पैनल चर्चा में सुशांत विश्वविद्यालय स्कूल ऑफ लॉ की एसोसिएट डीन डॉ. कनु प्रिया, सहायक प्रोफेसर प्रो अमित सिंह, प्रो आशुतोष राज आनंद ने अपने विचार रखे। इस दौरान मानवाधिकारों के विभिन्न पहलुओं और कुछ ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर भी चर्चा की गई। इसके साथ ही, मानवाधिकारों की प्रवर्तनीयता, कुछ बुनियादी मौलिक अधिकारों और इन मानवाधिकारों की विधायी शक्ति पर भी चर्चा की।

गौरतलब है पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष राजन गुप्ता के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण गुरुग्राम के चेयरमैन एवं जिला एवं सत्र न्यायधीश एस पी सिंह के मार्गदर्शन में पैनल चर्चा का आयोजन किया गया।

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