खट्टर सरकार प्रदेश में बेरोजगारी पर विस्तृत श्वेत पत्र जारी करने की हिम्मत दिखाये : विद्रोही

किसी भी मामले में कोई भी संस्था सरकार के पक्ष में आंकड़े जारी कर देती है तो संघी सरकार अपनी बगले बजाना शुरू कर देते है। वहीं यदि उसी संस्था का आंकड़ा संघी सरकार के अनुकूल न हो तो उस आंकड़े के साथ ऐसी संस्था को गलत व पूर्वाग्रह से ग्रसित बताकर कांग्रेसी एजेंट बताने का बेसुरा राग अलापने लग जाते है।

रेवाड़ी, 16 जुलाई 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को चुनौती दी कि यदि बेरोजगारी पर सीएमआईई के जारी आंकड़े गलत है और हरियाणा में बेरोजगारी दर 6.7 प्रतिशत होने का मुख्यमंत्री का दावा सही है तो भाजपा-जजपा सरकार प्रदेश में बेरोजगारी पर विस्तृत श्वेत पत्र जारी करने की हिम्मत दिखाये। विद्रोही ने कहा कि चाहे केन्द्र की मोदी सरकार हो या हरियाणा की भाजपा खट्टर सरकार हो, किसी भी मामले में कोई भी संस्था सरकार के पक्ष में आंकड़े जारी कर देती है तो संघी सरकार अपनी बगले बजाना शुरू कर देते है। वहीं यदि उसी संस्था का आंकड़ा संघी सरकार के अनुकूल न हो तो उस आंकड़े के साथ ऐसी संस्था को गलत व पूर्वाग्रह से ग्रसित बताकर कांग्रेसी एजेंट बताने का बेसुरा राग अलापने लग जाते है। सवाल उठता है कि यही सीएमआईई भाजपा शासित राज्यों के संदर्भ में उनके अनुकूल आंकड़े जारी करती है तो भाजपाई-संघी बगले बजाकर उसका बखाने करते है। फिर अनुकूल बेरोजगारी आंकड़े न आने के कारण सीएमआईई कांग्रेस एजेंट कैसे हो गई, यह समझ से परे है। 

विद्रोही ने कहा कि सीएमआईई अनुसार प्रदेश में बेरोजगारी 28-28 प्रतिशत के आसपास है जबकि मुख्यमंत्री खट्टर का दावा है कि प्रदेश में बेरोजगारी मात्र 6.7 प्रतिशत है। वहीं नीति आयोग के आंकड़े व हरियाणा आर्थिक सर्वेक्षण आंकड़े खुद खट्टर जी के दावों को झूठाकर बताकर प्रदेश में भारी बेरोजगारी होने का संकेत दे रहे है। ऐसी स्थिति में सच सामने लाने का अब एकमात्र तरीका यही है कि भाजपा-जजपा सरकार प्रदेश के सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी, निजी संस्थानों में रोजगार व प्रदेश में बेरोजगारी पर एक विस्तृत श्वेत पत्र जारी करे ताकि दूध का दूध का और पानी का पानी हो सके।

विद्रोही ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री सच्चे, ईमानदार और प्रदेश में बेरोजगारी के संदर्भ में उनके आंकड़े व दावे सही है तो उन्हे विस्तृत श्वेत जारी करने में कोई आपत्ति नही होनी चाहिए और यदि वे ऐसा नही करते है तो खुद ही प्रमाणित हो जायेगा कि बेरोजगारी पर मुख्यमंत्री खट्टर जी के सभी दावे महाझूठे है और हरियाणा में बेरोजगारी दर 27-28 प्रतिशत होने का आंकड़ा एकदम सही है। 

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