खट्टर जी पहले हरियाणा को तो संभाल ले, दिल्ली को तो क्या संभालेंगे : विद्रोही

रेवाड़ी, 14 जुलाई 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को नसीहत दी कि पानी के मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज  कसने से पहले अपने गिरेबान में झांककर बताये कि दक्षिणी हरियाणा को पीने का पानी पर्याप्त मात्रा में क्यों नही मिल रहा? रेवाडी सहित दक्षिणी हरियाणा के कई स्थानों पर हर पीने के पानी की राशनिंग क्यों होती है? विद्रोही ने कहा कि मंगलवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री खट्टर ने जुमला उछाला कि यदि केजरीवाल से दिल्ली का पानी का मुद्दा नही संभल रहा है तो दिल्ली को हरियाणा के हवाले कर दे, हम दिल्लीवासियों के लिए पानी का अच्छा प्रबंध कर देंगे। खट्टर जी को केजरीवाल पर तंज कसने से पहलेे अपना भी आत्मविश्लेषण कर लेना चाहिए। रेवाड़ी सहित दक्षिणी हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में पर्याप्त पेयजल सप्लाई करने में असमर्थ खट्टर सरकार लगभग पिछले तीन साल से हर माह पानी की राशनिंग करती आ रही है। 

विद्रोही ने कहा कि जो मुख्यमंत्री खट्टर जी स्वयं अपने प्रदेश हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र को पीने का पर्याप्त पानी देने में अक्षम हो, क्या ऐसे व्यक्ति को दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री पर पानी के मुद्दे पर तंज कसने का अधिकार है? खट्टर जी की हालत यह है कि खुद मियां फजीहत-दूसरो को नसीहत। रेवाड़ी शहर व दक्षिणी हरियाणा के कई क्षेत्र विगत तीन वर्षो से ज्यादा समय से हर माह पीने के पानी की राशनिंग की मार झेल रहे है। इस क्षेत्र के लोग पीने के पानी को तरस रहे है। इसे नजरअदांज करके खट्टर जी दूसरे राज्य के सीएम पर तो तंज सकते है, पर खुद अपने राज्य के लोगों को पीने का पर्याप्त पानी देने में नाकाम है। 

विद्रोही ने कहा कि खट्टर जी दिल्ली को तो क्या संभालेंगे, पहले हरियाणा को तो संभाल ले। विगत सात सालो से रक्षा विश्वविद्यालय बिनौला में खट्टर सरकार ने एक ईंट भी नही लगाई है। मोदी केबिनेट द्वारा 28 फरवरी 2019 में स्वीकृत मनेठी एम्स का ढाई साल बाद भी निर्माण कार्य शुरू होना तो दूर, जमीन तक अधिग्रहित नही की गई है। वर्ष 2014 बजट में स्वीकृत माजरा श्योराज मेडिकल कालेज आज तक ठंडे बस्ते में पड़ा है। सोनीपत की रेल कोच फैक्ट्री व महम का अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट कांग्रेस राज में स्वीकृत होने के बाद भी दूसरे राज्यों में जा चुका है। कांग्रेस जमाने के स्वीकृत दक्षिणी हरियाणा के विभिन्न प्रोजेक्ट क्या तो ठंडे बस्ते में पड़े है या उन पर कछुआ गति से निर्माण कार्य हो रहा है। विद्रोही ने कहा कि ऐसा नकारा मुख्यमंत्री खट्टर जी यदि बडबौल बोलकर दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री पर पानी व विकास मुद्दे पर तंज कसे तो यह उनकी बेशर्मी, अनैतिकता नही तो और क्या है?

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