कितलाना टोल पर धरने के 201वें दिन सिरसा में किसानों पर मुकदमे बनाने और लोहारू में किसान भवन पर तालाबन्दी की जोरदार निंदा चरखी दादरी जयवीर फोगाट 13 जुलाई, शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे किसानों पर मुकदमे बनाकर सरकार भाईचारा बिगाड़ने का प्रयास कर रही है। यह आरोप श्योराण खाप पच्चीस के प्रधान बिजेंद्र बेरला ने कितलाना टोल पर धरने को संबोधित करते हुए लगाया। उन्होंने कहा कि सिरसा में सैकड़ों निर्दोष किसानों पर केस दर्ज कर सरकार ने अपनी मानसिकता जाहिर कर दी है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को साढ़े सात महीने से ज्यादा समय हो गया है और इस दौरान 550 से अधिक किसान शहादत दे चुके हैं उसके बावजूद किसान-मजदूर एकजुटता से तीन काले कानून रद्द करवाने के लिए बेहद शांति से संघर्ष कर रहे हैं। फौगाट खाप उन्नीस के प्रवक्ता शमशेर फौगाट ने कहा कि सरकार ने लोहारू में किसान भवन पर तालाबंदी कर ज्यादती की सभी हदें पार कर दी हैं। ये लोकतंत्र की हत्या है और इसकी जितनी निंदा की जाए उतना कम है। उन्होंने कहा कि किसान-मजदूर सरकार की किसी धमकी से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब तक तीनों काले वापिस नहीं होते और एमएसपी की गारंटी नहीं मिलती हमारा आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे कितलाना टोल के अनिश्चितकालीन धरने पर 201वें दिन खाप सांगवान चालीस के सचिव नरसिंह डीपीई, फौगाट खाप के प्रवक्ता शमशेर फौगाट, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, जाटू खाप के मास्टर राजसिंह, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, बलबीर बजाड़, सुभाष यादव, सुखदेव पालवास, रतन्नी डोहकी, प्रेम कितलाना ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि किसान-मजदूर का ये पावन आंदोलन जरूर रंग लाएगा।धरने का मंच संचालन कामरेड ओमप्रकाश ने किया। इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, आजाद सिंह अटेला, सुरेन्द्र कुब्जानगर, राजू मान, मंगल सुई, मीरसिंह नीमड़ीवाली, जगदीश हुई, सुबेसिंह, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, पूर्व सरपंच लवली, संजय मानकावास, सूबेदार सतबीर सिंह, नरदेव अटेला, प्रताप सिंहमार, सुरेश सांगवान, पूर्व सरपंच बलबीर डोहकी, परमजीत फतेहगढ़, पूर्व सरपंच रामानंद धानक, महीपाल आर्य, सत्यवान कालुवाला, राजबाला कितलाना, ओम प्रजापति, सुल्तान खान इत्यादि मौजूद थे। Post navigation कैप्टन अभिमन्यु को तीसरी बार हरियाणा तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष नियुक्त होने पर दी बधाई राजदीप फौगाट ने व्यापारियों को दिया आश्वासन, किसी भी सूरत में ढाणी फाटक को नहीं होने देंगे बंद