-पीएचडी स्कॉलर, एलएलबी, बीटेक और इंजीनियर युवाओं के पास रोजगार नहीं;-डा सुशील गुप्ता सांसद व सहप्रभारी आम आदमी पार्टी।
-9 जुलाई को युवा अपना हक मांगने के लिए करेंगे गुड़गांव में प्रदर्शन – धीरज यादव यूथ संयोजक दक्षिण हरियाणा
-देश और प्रदेश का युवा जाग चुका है;- डा सारिका वर्मा, प्रवक्ता दक्षिण हरियाणा

गुरुग्राम, 6 जुलाई। पीएचडी स्कॉलर, एलएलबी, बीटेक और इंजीनियर की डिग्री पाने वाले लाखों युवाओं के पास आज भी कोई रोजगार नहीं है, ऐसी स्थिति में अपना हक मांगने के लिए प्रदेश के युवा आगामी शुक्रवार 9 जुलाई को सभी विधानसभा क्षेत्रों में सरकार के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शन की तैयारी को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद व हरियाणा सहप्रभारी डा सुशील गुप्ता ने प्रदेश के कार्यकर्ताओं के साथ विडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से तैयारियों को लेकर चर्चा की। डा गुप्ता ने बताया कि विडियों कान्फे्रंसिग के जरिये पार्टी की युवा विंग में प्रदर्शन को लेकर पिछले कई दिनों से हरियाणा प्रदेश के युवा व डिग्री धारको से संपर्क कर रही है। उनका जोश देशकर साफ है कि प्रदर्शन में युवा विंग के हजारों कार्यकर्ता शामिल होंगे।

धीरज यादव यूथ संयोजक दक्षिण हरियाणा
ने बताया पार्टी की युवा विंग ने 9 जुलाई को हरियाणा के समस्त विधानसभा क्षेत्रों में रोजगार की मांगों को लेकर अपनी योजना भी बना ली है। उन्होंने कहा कि जो सरकार प्रत्येक वर्ष 2 करोड लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की बात करती थी, आज वह युवाओं से बात तक करने को तैयार नहीं है। देश और प्रदेश के युवा डिग्री लेकर एक से दूसरी जगह नौकरीे के लिए मारामारी कर रहें है। ऐसे में वह सरकार से क्या उम्मीद करें। यही नहीं वह चाहकर भी कोई छोटा मोटा धंधा भी नहीं कर पा रहें है। यही कारण है कि आज का युवा नशे और अपराध की तरफ बढता जा रहा है, जो चिंता का विषय बनता जा रहा है।
डा सारिका वर्मा, प्रवक्ता दक्षिण हरियाणा ने कहा भाजपा सरकार के कुशासन से युवा वर्ग सबसे ज्यादा परेशान है। इसी परेशानी को लेकर अब युवा वर्ग सडकों पर निकलने की ठान चुका है। इसका प्रमाण आगामी 9 जुलाई को होने वाले प्रदर्शन में दिखाई देगा। उन्होंने कहा पहले से ही किसान सडको पर निकले हुए है, दूसरा अब युवा भी अपने हक के लिए सडक पर उतर रहें है। यह दोनों ही बातें सरकार की नाकामी को दिखाते है। डा सारिका ने कहा कि प्रदेश का युवा अब जाग चुका है, वह सरकार से अपना हक लेने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। देश और प्रदेश के युवा के पास पीएचडी स्कॉलर, एलएलबी, बीटेक और इंजीनियर की डिग्री तो है, मगर रोजगार नहीं। ऐसे में वह जाएं तो कहां।