पानी का संकट ऊपर से बिजली की कटौती बनी दोहरी समस्या.
मंगलवार रात 10 बजे आया पानी , बुधवार सुबह बर्तन रहे खाली

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।  41 करोड रुपए कि नहरी पेयजल आधारित परियोजना के तहत बनाया गया हेली मंडी बूस्टर गर्मी के मौसम में आम जनमानस की पानी की जरूरत को पूरा करने में नाकाम ही साबित हो रहा है । बीते तीन-चार दिनों से हेली मंडी और जाटोली में पीने के पानी के लिए बने जबरदस्त संकट के साथ-साथ आम आदमी को एक एक बाल्टी पानी के लिए अपने जानकार और पड़ोसियों से भी मिन्नतें करनी पड़ रही हैं। लगातार पानी की इस समस्या को जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग सहित शासन और प्रशासन के संज्ञान में लाया जा रहा है । लेकिन आम इंसान के जीवन की मूलभूत जरूरत का पानी जन स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध करवाने में पूरी तरह से नकारा ही साबित हो रहा है।

यह बात अलग है कि नहरी पेयजल आधारित परियोजना के तहत बनाए गए बूस्टर 5 साल के लिए ठेकेदार एजेंसी के कंट्रोल में हैं और पानी की आपूर्ति की व्यवस्था करना भी ठेकेदार एजेंसी के ही जिम्मे है। ऐसे में सवाल यह है करीब आठ-10 माह के उपरांत जब यह पूरी परियोजना ठेकेदार से सरकार और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के ओवर हैंड कर दी जाएगी ,उसके बाद जन स्वास्थ्य विभाग की असली परीक्षा आरंभ होगी ।

बुधवार को प्रातः से लेकर दिन ढले तक हेली मंडी और जाटोली बूस्टर से आम लोगों को पानी उपलब्ध ही नहीं हो सका । इसका मुख्य कारण यही रहा कि मंगलवार को ही बूस्टर में पर्याप्त मात्रा में पानी का लेवल उपलब्ध नहीं था । जिसकी वजह से बूस्टर पर बूस्टर के संचालक बूस्टर को चलाने का साहस भी नहीं जुटा सके । इसी बीच बुधवार को सुबह के समय बिजली का इतना लंबा कट आरंभ हो गया की दोपहर के बाद ही बिजली की आपूर्ति संभव हो सकी, बिजली क्यों बाधित रही इस विषय में विभाग के अधिकारी मुंह खोलने से बचते हुए दिखाई दिए।  रटा-रटाया एक ही जवाब कि बिजली का फाल्ट बना हुआ है ।

इसी बीच में एक बेहद महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध प्राप्त हुई है कि पटौदी पावर हाउस से पटोदी के एसटीपी के अलावा शिव मूर्ति के पीछे बने बूस्टर , मोती डूंगरी पर बने बूस्टर के साथ-साथ हेली मंडी और जाटोली बूस्टर के कनेक्शन भी एक स्पेशल फीडर लाइन के साथ एक साथ कनेक्ट किए हुए हैं। अब सवाल यह है कि जब इस स्पेशल फीडर लाइन में कोई भी बिजली का फाल्ट होता है तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है की एक साथ कितने बूस्टर बंद होकर जरूरत का पानी आपूर्ति करने के वास्ते नकारा हो जाते हैं । बुधवार को भी हेली मंडी और जाटोली में पानी के जबरदस्त संकट का मामला पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के साथ-साथ अन्य अधिकारियों के संज्ञान में भी लाया गया । एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने बताया की पानी के संकट के समाधान के लिए जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं । वही लोगों की अभी भी पुरजोर मांग बनी हुई है कि आग उगलती गर्मी के मौसम में आम जनमानस को जीवन की मूलभूत जरूरत का पानी उपलब्ध करवाने के वास्ते आपात स्थिति में हेली मंडी और जाटोली के वाटर सप्लाई को चलाने के लिए तैयार किए जाने के निर्देश दे दिए जाने चाहिए । जिससे कि बूस्टर में किन्हीं भी तकनीकी कारणों से पानी की आपूर्ति नहीं होने पर कम से कम वाटर सप्लाई को चलाकर लोगों को जरूरत का पानी उपलब्ध करवाते हुए कुछ ना कुछ तो राहत मिलती ही रहे। अब देखना यह है कि बीते 3-4 दिनों से हेली मंडी और जाटोली क्षेत्र में जो पानी का संकट बना हुआ है , उसका किस प्रकार से और कितनी जल्दी ठोस समाधान किया जा सकेगा।

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