गुड़गांव – कोविड लॉकडाउन में किसी की नौकरी नहीं जाएगी इस वादे के बावजूद निगम द्वारा ठेकेदारों को बदलने के बाद 700 सफाई कर्मचारियों ने अपनी आजीविका खो दी है। इन कर्मचारियों ने भयानक दूसरी लहर के दौरान भी सड़कों पर झाड़ू लगा, कचरा इकट्ठा कर गुड़गांव की सफाई बनाये रखी | कोविड सकारात्मक शवों का संस्कार तक किया, इतनी बुरी परिस्थिती में काम के बाद नौकरी छूट जाना बहुत संवेदनहीन निर्णय है | मुकेश डागर जिला प्रभारी आम आदमी पार्टी ने आज पटौदी रोड पर सफाई कर्मचारियों से मुलाकात की जहां वे 5 दिनों से धरना दे रहे हैं| उन्होंने कहा कि हम प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि 700 कर्मचारियों की सूची लेकर उन सभी को पुनर्नियुक्त किया जाए| ठेकेदार के बदलने से इन सफाई कर्मचारियों को अपनी नौकरी नहीं गंवानी चाहिए। डॉ. सारिका वर्मा आम आदमी पार्टी प्रवक्ता दक्षिण हरियाणा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि फ्रंट लाइन कार्यकर्ता होने के बावजूद इनमें से एक कर्मचारी को भी कोविड टीकाकरण की एकखुराक भी नहीं मिली। ऐसा लगता है कि सरकार ने शहर के गरीब लोगों से अपने हाथ धो लिए हैं। आप महिला विंग से मलीहा अल्वी और सुशीला कटारिया ने कहा कि हम इनके साथ खड़े हैं और उन्हें ठेकेदारों के हाथों बलि का बकरा नहीं बनने देंगे। ठेकेदारों को सभी श्रमिकों को सरकारी निर्धारित दरों का भुगतान करना पड़ता है, लेकिन परिधीय शहरों से नए श्रम लाकर वे अपनी लागत में कटौती करने और इन अनुबंधों से पैसा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। बादशाहपुर विधानसभा से मुकेश कौशिक और नरेंद्र ने कहा कि देश में बेरोजगारी अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गई है। इस समय अगर निगम के ठेकाप्रथा कर्मचारी अपनी नौकरी खो देते हैं तो उन्हें कहीं काम नहीं मिलेगा और उनके बच्चों को नुकसान होगा। स्थानीय प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और इन सभी 700 श्रमिकों को बहाल करने में मदद करे। मजदूरों ने समस्या के समाधान के लिए 48 घंटे का समय दिया है या फिर वे अपना विरोध और तेज करेंगे और बहाली की मांग करेंगे। Post navigation अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन से जुड़ी महिलाओं ने लगाई छबील प्रदेश सरकार और शासन में समन्वय नहीं: अभय चौटाला