रेवाड़ी, 21 जून 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने केंद्र की मोदी सरकार व हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार से आग्रह किया कि वे सत्ता दुरुपयोग से किसान आंदोलन को बदनाम करके संयुक्त किसान मोर्चा के खिलाफ माहौल बनाने की बजाय सरकार तीन काले कृषि कानूनों को वापस लेकर किसानों व सरकार के बीच बढ़ रहे टकराव को समाप्त करें1 विद्रोही ने कहा कि एक बार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेकर मोदी सरकार सभी किसान संगठनों, विपक्ष व सभी स्टेकहोल्डर्स से व्यापक चर्चा करने के बाद फिर से सभी को विश्वास में लेकर कृषि सुधारों पर नए कानून बना सकती है1 लोकतंत्र में किसी भी चुनी भी सरकार को सत्ता अहंकार नहीं होना चाहिए1 उसका रवैया ऐसा लचीला होना चाहिए जिससे लोकराज व लोकलाज में बेहतर समन्वय हो सके1 किसान आंदोलन को 6 माह से ज्यादा समय हो चुका पर मोदी सरकार व हरियाणा भाजपा सरकार के किसान विरोधी रवैये, सोच में कोई परिवर्तन नहीं आया1 विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में मुख्यमंत्री, मंत्री, भाजपा सांसद-विधायक गांव में घुस नहीं पा रहे, शहर व कस्बों में राजनीतिक कार्यक्रम, जलसे भारी पुलिस बल का प्रयोग करने के बाद भी कर नहीं पा रहे1 इस बौखलाहट में खट्टर सरकार किसानों के खिलाफ सत्ता दुरुपयोग से षडय़ंत्र रचकर उन्हें बदनाम करने पर तुली हुई है1 सत्ता दुरुपयोग से किसानों को अपराधी, अराजक तत्व साबित करने से संघी समझते हैं कि किसान आंदोलन बिखर जाएगा1 पर मुख्यमंत्री खट्टर व संघी भूल रहे हैं कि यदि सरकार इसी तरह षडय़ंत्र व तिकड़मों से किसानों को बदनाम करती रही उन पर अपराधी-अराजक तत्व होने का ठप्पा लगाती रही तो स्थिति सुधरने की बजाय और बिगड़ेगी1 विद्रोही ने कहा यदि हरियाणा भाजपा सरकार ने किसानों के खिलाफ षड्यंत्र रचकर उन्हें बदनाम करने का रवैया नहीं बदला तो प्रदेश में ऐसी अराजकता फैलेगी जो किसी भी हालत में काबू में नहीं आयेंगी और प्रदेश में संघी ढूंढे भी कहीं नजर नहीं आयेंगे1 Post navigation धामलावास गांव में बन रहा करोड़ों रूपये की लागत से बहुतकनीकी संस्थान, रास्ते की व्यवस्था नहीं : विद्रोही रेवाड़ी जिले में 31 साल होने पर भी जिला पुस्तकालय नही ! विद्रोही