– बैठक में जलभराव, इनफोर्समैंट, ट्रेड लाईसैंस, सफाई, मैरिज रजिस्ट्रेशन, सीएम विंडो,
  सभी प्रकार के विकास कार्यों, सीवरेज एवं ड्रेनेज सफाई, स्ट्रीट लाईट आदि मुद्दों पर हुई चर्चा- बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त एवं संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी रहे मौजूद

गुरूग्राम, 15 जून। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने मंगलवार को निगम कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में मानसून के दौरान जलभराव के समाधान की तैयारियों, इनफोर्समैंट, ट्रेड लाईसैंस, सफाई, मैरिज रस्ट्रिेशन, सीएम विंडो, सभी प्रकार के विकास कार्यों, सीवरेज एवं ड्रेनेज की सफाई व स्ट्रीट लाईट आदि मुद्दों पर चर्चा हुई। इस बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त एवं संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में मानसून के दौरान जलभराव की समस्या के समाधान हेतु की जा रही तैयारियों की समीक्षा करते हुए निगमायुक्त ने सभी संयुक्त आयुक्तों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जोन में आने वाली मास्टर ड्रेनों, अंदरूनी ड्रेनों, रोड़ गल्ली सहित जलभराव के संभावित स्थानों का मौका निरीक्षण करें। जल निकासी के प्रबंध करने की एक्सक्लूसिव जिम्मेदारी कार्यकारी अभियंताओं को दी गई है। संयुक्त आयुक्त रोजाना क्षेत्र का दौरा करें। उन्होंने बताया कि नगर निगम टीमों द्वारा जल निकासी के लिए 4 क्रीक्स की सफाई करवाई जा रही है, संयुक्त आयुक्त मौके पर जाकर निरीक्षण करें तथा यह सुनिश्चित करें कि क्रीक्स के रास्ते में किसी भी प्रकार की रूकावट ना हो तथा ड्रेनेज, सीवरेज व रोड़ गल्ली की पर्याप्त सफाई हो। निगमायुक्त ने कहा कि संयुक्त आयुक्त अपने-अपने जोन के इंचार्ज हैं, इसलिए वे प्रशासनिक नियंत्रण को और अधिक प्रभावी करें। निगमायुक्त ने कहा कि मानसून के दौरान संबंधित विभागों के बीच बेहतर तालमेल बना रहे तथा जलभराव ना हो।

इनफोर्समैंट मामले की समीक्षा करते हुए निगमायुक्त ने कहा कि संयुक्त आयुक्त अपने-अपने जोन में बिल्डिंग प्लान की अवहेलना सहित अन्य प्रकार के अनाधिकृत एवं अवैध निर्माणों की जांच करवाएं। इसके साथ ही ऑक्यूपैंसी सर्टिफिकेट के बिना ऑक्यूपाई करने वालों को नोटिस भी जारी करवाएं। निगमायुक्त ने कहा कि जो अनाधिकृत या अवैध निर्माण तुंरत हटाया जा सकता है, उस पर तुरंत कार्रवाई करें तथा अन्य के लिए सिस्टम बनाएं। नगर निगम भूमि पर किसी प्रकार का कब्जा ना हो इस बारे में योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि अवैध व अनाधिकृत निर्माणों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए, ताकि इस प्रकार की गतिविधियां करने वालों को प्रभावी संदेश मिले। ट्रेड लाईसैंस की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने कहा कि प्रॉपर्टी टैक्स रिकार्ड के अनुसार लगभग 66 हजार से अधिक व्यवसायिक यूनिट हैं। इन सभी को हरियाणा नगर निगम अधिनियम के तहत ट्रेड लाईसैंस लेने के लिए नोटिस जारी करवाएं।

सफाई के मामले पर निगमायुक्त ने कहा कि हमारा उद्देश्य सैकेंडरी प्वाईंट या खत्तों को खत्म करना है। इनके स्थान पर मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी विकसित की जाएंगी। सभी संयुक्त आयुक्त प्रथम चरण में सभी खत्तों को कवर करवाएं तथा मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी के लिए जमीन चिन्हित करने के साथ ही इसका डिजाईन तैयार करवाएं।

विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने कहा कि प्रशासनिक स्वीकृति के समय मौका निरीक्षण किया जाए तथा ऑन गोईंग वक्र्स को समय समय पर चैक करते रहें। निगमायुक्त ने कहा कि नागरिकों को सुविधाएं प्रदान करना हमारा लक्ष्य है। सभी कार्यकारी अभियंता उनके संबंधित क्षेत्रों की प्राथमिकता सूची तैयार कर रहे हैं। स्ट्रीट लाईट कार्य की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने कहा कि इनफोर्समैंट तथा सैनीटेशन टीमों से स्ट्रीट लाईटों की स्थिति को चैक करवाया जाएगा।  बैठक में मैरिज रजिस्ट्रेशन, सीएम विंडो, वेस्ट-टू-वंडर परियोजना, पार्क रख-रखाव, माइक्रो एसटीपी, बायोडायवसिर्टी पार्क प्रबंधन, ई-रिक्शा परियोजना, पौधारोपण तथा रेनवाटर हारवैस्टिंग सिस्टम आदि पर चर्चा की गई।

बैठक में अतिरिक्त आयुक्त जसप्रीत कौर एवं सुरेन्द्र सिंह, एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर रोहताश बिश्नोई, संयुक्त आयुक्त प्रदीप कुमार, जितेन्द्र गर्ग, हरीओम अत्री एवं सुमित कुमार उपस्थित थे।