रेवाड़ी, 16 जून 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से मांगी की कि प्रदेश में अब तक कोरोना से हुई मौतों की सच्चाई सामने लाने के लिए मार्च 2020 से जून 2021 तक प्रदेश में हुई सभी मौतों के आंकड़ों का आडिट स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच समिति से करवाई जाये ताकि कोरोना से हुई मौतों का सही आंकड़ा सामने आ सके। विद्रोही ने कहा कि देशभर में विभिन्न स्वतंत्र पत्रकारों ने राज्य सरकारों द्वारा कोरोना में हुई मौतों के आंकडों, शमशान व कब्रिस्तान के रजिस्टरों व अस्पतालों और सभी तरह की मौतों के दर्ज आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन के बाद यह तथ्य सामने आया है कि सरकार द्वारा दर्शाई गई कोरोना मौतों का आंकड़ा वास्तविक मौतों से बहुत कम है। सरकार जितनी मौते बता रही है, उससे कम से कम पांच गुणा ज्यादा मौते कोरोना संक्रमण से हुई है। हरियाणा में भी कुछ पत्रकारों द्वारा जुटाये गए आंकडों के बाद यह साफ है कि प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण मौतों का आंकडा सरकार द्वारा बताये जा रहे आंकडों से कहीं ज्यादा है। विद्रोहीे नेे कहा कि प्रदेश के हर नगारिक का संवैद्यानिक हक है कि वह जाने वास्तव में हरियाणा में कोरोना से कितने लोगों की अमूल्य जान गई है। मौतों का यह आंकडा छिपाने व दबाने से न तो प्रदेश का कोई लाभ है और न ही कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रहीे लडाई के हित में है। जब हमें कोरोनो से हुई मौतों का सही आंकड़ा पता ही नही होगा तो ऐसी स्थिति में निपटेंगे कैसे? वहीं यह मृतकों के प्रति भी अन्याय है कि उनकी मौत का वास्तविक कारण छिपाया जाये। ऐसी स्थिति में विद्रोही ने हरियाणा सरकार से मांग की कि वह स्वतंत्र-निष्पक्ष विशेषज्ञों का एक अध्ययन जांच दल गठित करे जो प्रदेश में मार्च 2020 से जून 2021 तक हुई मौतों का गहन आडिट करके व हर साल होने वाली मौतों व कोरोना काल में हुई मौतों का तुलनात्मक अध्ययन करके इस तथ्य का पता करे कि वास्तव में हरियाणा में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों का आंकड़ा क्या है। वहीं विद्रोही ने मांग की कि सरकार प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण सभी मृतकों के परिवारजनों को पर्याप्त मुआवजा दे ताकि इस आर्थिक संकट में इन शोकसंतप्त परिवारों को कुछ तो आर्थिक सहायता मिल सके। Post navigation भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक जुमले उछालकर लोगों को ठगने में उस्ताद है : विद्रोही मुख्यमंत्रीे मनोहरलाल खट्टर से मांग की कि वे प्रदेश में बेेरोजगारी पर एक श्वेत पत्र जारी करे : विद्रोही