भिवानी/धामु

 अपनी बहाली की मांग को जारी बर्खास्त पीटीआई का धरने को आज मंगलवार को पूरा एक वर्ष बीत चुका है। लेकिन प्रदेश सरकार अब भी अपनी चुप्पी तोडऩे को तैयार नहीं हैं। बर्खास्त पीटीआई के इस वर्ष के संघर्ष के दौरान 20 पीटीआई की आर्थिक व मानसिक परेशानियों के चलते असामयिक मौत हो चुकी है।  उसके बाद भी सरकार मृतक पीटीआई के परिवारों को आर्थिक सहायता मुहैया नहीं करवा रही हैं। इसी के तहत धरने का एक वर्ष पूरा होने पर आज मंगलवार को बर्खास्त पीटीआई ने प्रदेश भर में जिला स्तर पर असामयिक मौत का शिकार हुए पीटीआई को श्रद्धांजलि दी तथा मृतक पीटीआई के परिजनों को आर्थिक सहायत मुहैया करवाने की मांग की।

धरने को संबोधित करते हुए हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष दिलबाग जांगड़ा ने कहा कि बर्खास्त पीटीआई लगाता एक वर्ष से धरनारत्त है और सरकार एक वर्ष से आश्वासन देकर मुकर जाती हैं। यहां तक कि पीटीआई के परिजनों को मिलने वाली पेेंशन तक भी बंद कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पहले तो नौकरी पर लगे पीटीआई की नौकरी छीन लेती है और फिर उनकी पेंशन बंद कर उनके परिजनों को भी भूखा मारने की साजिश रच रही हैं।

जांगड़ा ने कहा कि 10 वर्ष के कार्यकाल के दौरान जो 40 पीटीआई मृत्यु को प्राप्त हुए थे, सरकार ने उनके भी भत्ते बंद कर आर्थिक मोर्चे पर उनका उत्पीडऩ कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आज प्र्रदेश भर में प्रत्येक जिला स्तर पर संघर्ष के दौरान जान गंवाने वाले पीटीआई को श्रद्धांजलि दी गई है तथा इस संघर्ष के दौरान जितने भी साथी मौत का शिकार हुए है, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा तथा जब तक बहाली नहीं हो जाती, तब तक उनका आंदोलन यू ही जारी रहेगा।

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