चरखी दादरी जयवीर फोगाट 12 जून – ,हरियाणा सब्ज़ी मंडी यूनियन के कार्य कारी अध्यक्ष नितिन जाँघु ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2016 में घोषणा की थी कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कर दी जाएगी। गेहूं 1600रु से 1975रु और धान 1470रु से 1940रु हुआ है। जबकि डीजल 56रु से बढ़कर 88रु हो गया है। MSP तो मात्र 20% बढ़ा है और डीजल 40% से अधिक बढ़ गया है। तेल की कीमत बढ़ने से बिजाई (बुआई), कढ़ाई, कटाई, ट्रांसपोर्ट व मजदूरी महंगी हुुई हैं तो दूसरी तरफ खाद पर 5%, खेती यंत्रों पर 12%, कीटनाशक दवाइयों पर 18% टैक्स लगाकर अपने किसान विरोधी चेहरे को उजागर किया है। इस तरह 6 साल में किसानों की आय तो दोगुनी हुई नहीं पर किसानों का खर्चा दोगुना जरूर हो गया है। उन्होंने कहा कि 2022 आने में मात्र 6 महीने का समय बचा है। लेकिन किसानों की आय दोगुनी हुई नहीं परन्तु किसानों पर 3 काले कानून थोपकर उनकी परेशानी जरूर कईं गुना बढ़ा दी है। इन काले कानूनों में न किसान के हकों का जिक्र और न खेती का, इनमें तो केवल और केवल व्यापार व वाणिज्य पर फोकस किया गया है। जिसका सीधा सम्बन्ध बड़े व्यापारियों से है। अपने चहेते उद्योगपतियों की जेबें भरने और छोटे किसानों की जमीन छीनने के लिए ये 3 काले कानून किसानों पर जबरदस्ती थोप दिए गए हैं। जाँघु ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी अपने आप हो जाएगी अगर सरकार किसानों की मांग मानते हुए तीनों काले कानून खत्म कर हुुए किसानों के हित में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू कर एम.एस.पी को दोगुना कर दिया जाए और किसान हित में एम.एस.पी की लिखित गारंटी दे दो। इसके साथ-साथ यह प्रावधान भी करें कि हर साल बढ़ती महंगाई दर के अनुपात में किसानों को उनकी फसल का दाम मिलें। यह काम करने के बजाय सरकार किसान विरोधी काम कर किसानों की कमर तोड़नेे का काम जरूर कर रही है। Post navigation ऋण चुकाना है मुश्किल गुरु का : हुजूर कंवर साहेब जी महाराज किसानों की सुनवाई नहीं, बेरोजगारों की फौज खड़ी करदी सरकार ने : रणसिंह मान