– बैठक में जीएमडीए व नगर निगम अधिकारियों ने निगमायुक्त को मानसून के दौरान किए जाने वाले जल निकासी प्रबंधों के बारे में दी जानकारी

– निगमायुक्त ने अधिकारियों को जल निकासी के पुख्ता प्रबंध करने के दिए निर्देश

गुरूग्राम, 9 जून। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने बुधवार को निगम कार्यालय में गुरूग्राम की ड्रेनेज व्यवस्था की जानकारी लेने के लिए जीएमडीए एवं नगर निगम गुरूग्राम के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून से पूर्व जल निकासी के सभी पुख्ता प्रबंध कर लें, ताकि गुरूग्राम में जलभराव की समस्या ना हो सके।

बैठक में जीएमडीए अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2018-19 में जलभराव वाले 79 स्थान थे, जिन पर कार्य करते हुए केवल 35 स्थान ऐसे रह गए हैं, जहां पर जलभराव की समस्या हो सकती है। इन 35 स्थानों में 17 स्थान ऐसे हैं, जहां पर ज्यादा समस्या नहीं होती। इसके अलावा, 11 स्थानों से लगभग आधे घंटे में पानी की निकासी हो जाती है। बैठक में बताया गया कि 7 ऐसे स्थान हैं, जहां पर बरसात के दौरान 2 घंटे से अधिक समय तक पानी खड़ा रह सकता है। इन सभी स्थानों पर मानसून के दौरान पर्याप्त संख्या में मैनपावर एवं मशीनरी तैनात रहती है। बैठक में अधिकारियों ने गुरूग्राम के ड्रेनेज सिस्ट की जानकारी देते हुए बताया कि गुरूग्राम का ड्रेनेज सिस्टम ईस्टर्न से वैस्टर्न की ओर बहता है। बताया गया कि यहां पर तीन मुख्य ड्रेन हैं, जिनमें लैग-1, लैग-2 व लैग-3 अर्थात बादशाहपुर ड्रेन शामिल हैं। ये तीनों ड्रेन नजफगढ़ ड्रेन तक जाती हैं।

बैठक में बताया गया कि अरावली क्षेत्र का पानी सडक़ पर ना आए, इसके लिए अरावली क्षेत्र में पोंड, बांध एवं चैक डैम की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही नेचुरल नालों की सफाई हो रही है। मानसून में यही प्रयास है कि अरावली क्षेत्र का पानी वहीं पर रोककर उसे जमीन में हारवैस्ट किया जाए। अधिकारियों ने बताया कि मानसून के दौरान फ्लड कंट्रोल रूम की स्थापना की जाती है, जिसमें दोनों विभागों के अधिकारियों की राऊंड दा क्लॉक ड्यूटी रहती है। इसके अलावा, मानसून के दौरान जलभराव के संभावित स्थानों पर जीएमडीए, नगर निगम एवं ट्रैफिक पुलिस की टीमें मशीनरी के साथ तैनात रहती हैं। बैठक में नरसिंहपुर, सुभाष चौक, सैक्टर-46, गोल्फ कोर्स रोड़, एमजी रोड़, सैक्टर-4ख् लक्ष्मण विहार व सैक्टर-9ए क्षेत्र, बसई रेलवे फ्लाईओवर के पास, चक्करपुर एरिया, मेदान्ता रोड़ सहित अन्य स्थानों पर चर्चा की गई तथा इन स्थानों पर जल निकासी के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी दी गई।

निगमायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि मानसून आने से पूर्व जल निकासी के सभी पुख्ता प्रबंध कर लें। संभावित स्थानों पर पर्याप्त मात्रा में मैनपावर एवं मशीनरी की व्यवस्था कर लें। उन्होंने कहा कि रोड़ गल्ली, डे्रनेज व सीवरेज की पर्याप्त सफाई का कार्य पूर्ण करवाएं। सफाई का यह कार्य लगातार जारी रखें।

बैठक में नगर निगम गुरूग्राम की अतिरिक्त आयुक्त जसप्रीत कौर, एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर रोहताश बिश्नोई, डीएफओ सुभाष यादव, जीएमडीए के एसई राजेश बंसल, नगर निगम गुरूग्राम के एसई विजय ढ़ाका एवं रमेश शर्मा व दोनों विभागों के संबंधित कार्यकारी अभियंता उपस्थित थे।

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