रेवाड़ी,7 जून 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने रविवार को अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डाक्टर बनवारी लाल द्वारा हरियाणा अनुसूचित जाति व पिछडा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री सामाजिक समरसता अंतरजातिय विवाह शगुन योजना के तहत 10 शादीशुदा जोड़ों को भाजपा कार्यालय में बुलाकर ढाई-ढाई लाख रूपये की प्रोत्साहन राशी के चैक देने की कठोर आलोचना करते हुए इसे सत्ता दुरूपयोग, अनैतिकता व बेशर्मी की पराकाष्ठा बताया।

 विद्रोही ने कहा कि अपने लम्बे सामाजिक व राजनीतिक जीवन में उन्होंने कभी भी सुना व देखा नही है कि हरियाणा में किसी सरकारी योजना के लाभांवितों को किसी मंत्री या सरकारी अधिकारी ने किसी राजनीतिक पार्टी के कार्यालय में बुलाकर सरकारी प्रोत्साहन राशी के चैक वितरित करने की अनैतिकता की हो। सरकारी कार्यक्रमों के तहत मिलने वाली राशी को एक पार्टी विशेष के कार्यालय में देना अनैतिकता का ऐसा उदाहरण है जिसकी आशा बेशर्म संघीयों से ही की जा सकती है। हरियाणा में बेशक भाजपा का राज है, पर इसका यह कतई अर्थ नही है कि सत्ता मद में चूर होकर संघी लोकतांत्रिक व संवैद्यानिक मूल्यों को तांक पर रखकर संवैद्यानिक मर्यादा का भी हनन कर दे।

विद्रोही ने कहा कि सरकारी योजनाओं को राजनीतिक पार्टी कार्यालय में करवाकर लाभांवित व्यक्तियों को सरकारी राशी देना एक ऐसी गलत परम्परा है, जिसके दूरगामी दुष्परिणाम होंगे। मुख्यमंत्री को ऐसे कुकृत्यों को कठोरता से रोककर संवैद्यानिक परम्पराओं को तोडऩे की क्षुद्र राजनीति से बचना चाहिए। लोकतंत्र में सरकार व राजनीतिक दल के बीच जो मर्यादा रेखा है, उसे किसी को भी नही लांघना चाहिए, तभी हमारा लोकतंत्र स्वस्थ्य रह पायेगा व देश-प्रदेश में संवैद्यानिक राज कायम रह सकेगा।