रेवाड़ी – 6 जून 2021स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने रविवार को प्रात: अपने कार्यालय में व्यक्गित प्रार्थना करके कोरोना संक्रमण से अब तक सरकार के अधिकृत आंकडों के अनुसार अपना अमूल्य जीवन गवां चुके लगभग साढ़े तीन लाख भारतीय नागरिकों व गैरसरकारीे आंकडो अनुसार मृत्यु के आगोश में गये लगभग 25 लाख नागरिकों व कोरोना बचाव में लगे लगभग एक हजार डाक्टरों की मृत्यु पर अपनी ओर से भावभीनी श्रद्धाजंली देकर सभी दिवंगतों की आत्मा को शांति व सदगति प्रदान करने की प्रार्थना की। वहीं विद्रोही ने कोरोना संक्रमण के चलते काल के ग्रास में समा चुके सभी नागरिकों के परिवारजनों के प्रति भी शोक प्रकट करते हुए परमात्मा से उन्हे धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की। कोरोना संक्रमण के चलते जितने नागरिकों ने अभी तक अपनी जान गवांई है, भारतीय इतिहास में कभी भी किसी महामारी या अन्य प्राकृतिक प्रकोप से इतने लोग नही मरे है। इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि कोरोना संक्रमण आपदा कितना घातक है। 

विद्रोही ने कहा कि यदि मोदी सरकार प्रारंभ से ही कोरोना संक्रमण बचाव के प्रति गंभीर व ईमानदार होती तो देश में लगभग 25 लाख लोगों की जान नही जाती। वहीं कोरोना पहली लहर आने के बाद यदि प्रधानमंत्री मोदीजी सत्ता अहंकार में फरवरी 2021 में कोरोना को हराकर जीतने का असत्यवादी दमगज्जा ठोकने की बजाय सिर पर पड़ी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को रोकने का गंभीरता से प्रयास करते तो लाखों नगारिकों की जान बचाई जा सकती थी। कहने-सुनने को बेशक यह बात कटु लगे, पर दूसरी लहर में कोरोना से हुई मौतों की जवाबदेही प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता अहंकारी रवैया की है। विद्रोही ने कहा कि सत्ता दुरूपयोगों से कोरोना संक्रमण से हुई मौतों का वास्तविक अंाकडा बेशक मोदी सरकार छिपाने व दबाने का कुप्रयास करे, पर जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, वे इन मौतों को कैसे भूल सकते है। मोदी सरकार का आत्मगुग्धता वाला असंवेदनशील रवैया आज भी जारी है। यह जानते हुए भी कि कोरोना संक्रमण के बचाव का एकमात्र औजार कोरोना वैक्सीन टीकाकरण है, फिर भी मोदी सरकार वैक्सीन टीकाकरण हर नागरिक को जल्दी से जल्दी लगे, इस मामले को न केवल जटिल बना रही है अपितु अपनी गलत नीतियों से वैक्सीन की जमाखोरी व कालाबाजारी को भी बढ़ावा दे रही है।

 विद्रोही ने कहा कि इस कोरोना आपदा में वैक्सीन को लूट का जरिया बनाने का मोदी सरकार का कुप्रयास घोर अमानवीय है। सरकार विपक्ष के सुझावों को न मानकर या देर से मानकर गलती पर गलती करके नागरिकों के जीवन के साथ खिलवाड़ रही है। गलती मानकर उसे सुधारने की बजाय मोदीजी छोटे नही हो जाएंगे। किसी प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत अहंकार से लोगों का जीवन कहीं अमूल्य है। विद्रोही रविवार को कोरोना से दिवंगत सभी आत्माओं की शांति व सदगति की प्रार्थना करते हुए परमपिता परमात्मा से प्रार्थना की कि वे प्रधानमंत्री मोदीजी को भी सदबुद्धि प्रदान करे ताकि वे सत्ता अहंकार, निजी प्रतिष्ठिा की लिप्सा छोडकर देश के सभी राजनीतिक दलों, नेताओं, लोगों को साथ लेकर कोरोना आपदा से और अमूल्य जीवन न जाये, इसका गंभीर प्रयास करे। 

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