– खास अवसरों पर पौधा रोपण को बनाया अपना शगल — आने वाले अतिथियों को भी पौधा भेंट कर देते हैं पर्यावरण को बढ़ावा 

गुरुग्राम। पर्यावरण संरक्षण को लेकर हर रोज नई बातें और नए दावे तो चारों ओर सुनाई और दिखाई देते हैं,  लेकिन असल मायने में पर्यावरण को संरक्षित करने में चंद लोग ही समाज के लिए मिसाल बन पाते हैं। सच्चे अर्थों में पर्यावरण को संरक्षित करने वाले पर्यावरण के प्रहरियों  में से भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा भी एक हैं।

राजनीति  को जन सेवा का माध्यम मानने वाले जीएल शर्मा सियासी दांवपेच के साथ ही सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े रहते हैं। सामाजिक सरोकारों में पर्यावरण संरक्षण को भी उन्होंने एक मुहिम के रूप में अपनाया हुआ है। खास अवसरों पर पौधारोपण और उसके संरक्षण की बात हो या फिर किसी भी कार्यक्रम में अतिथियों के सम्मान की बात हो,  जीएल शर्मा पौधारोपण कर और पौधा भेंट करना उनका शगल बन गया है।

आज एल शर्मा की पहचान गुरुग्राम शहर ही नहीं पूरे दक्षिण हरियाणा में पर्यावरण संरक्षण के सबसे बड़े वाहक के रूप में होती है। उनके पौधारोपण  अभियान का सिलसिला गुरुग्राम शहर से होता हुआ ग्रामीण इलाकों, जिला रेवाड़ी  नूह, पलवल,  फरीदाबाद, झज्जर के साथ-साथ ही राजस्थान के अलवर जिला तक बदस्तूर जारी है। बड़ी बात यह है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनमानस को भी वह गाहे-बगाहे पर्यावरण संरक्षण और पौधारोपण से जुड़ने की प्रेरणा देते हैं। उनकी प्रेरणा का परिणाम है कि बड़ी संख्या में उनके साथ लोग पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण जैसी मुहिम मैं अपनी अमूल्य सहभागिता निभा रहे हैं।

इस मुहिम के तहत ही जीएल शर्मा पार्टी कार्यकर्ताओं और आम जनमानस की सहभागिता से दक्षिण हरियाणा के अलग अलग स्थानों पर 50 हजार से अधिक पेड़ लगा चुके हैं। इतना ही नहीं पर्यावरण संरक्षण के लिए उन्होंने एक विशेष अभियान भी शुरू किया। जिसके तहत उन्होंने प्रत्येक परिवार से पौधारोपण करने का आग्रह करते हुए एक लाख परिवारों को इस मुहिम से जोड़ने का लक्ष्य रखा।  ” एक परिवार – एक पौधा”  के नाम से शुरू की गई इस मुहिम से पर्यावरण संरक्षण की मिसाल बन रहे हैं। गुरुग्राम शहर ही नहीं बल्कि आसपास के इलाकों में भी इस मुहिम के तहत वह लोगों को पौधा बैठकर पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करते हैं। इनकी इस मुहिम में उनके दोनों बेटों अमित शर्मा और सुमित शर्मा भी पूरी निष्ठा और लगन के साथ जुड़े हैं। दोनों बेटों की युवा टीम के सैकड़ों साथी भी पूरी ईमानदारी से इसमें अपनी सहभागिता निभा रहे हैं। वर्ष 2019 में जीएल शर्मा ने अपने 56वें (22 जुलाई) जन्मदिन से इस मुहिम की शुरुआत की गई थी जो अभी तक निरंतर जारी है। किसी भी खास मौके पर जीएल शर्मा लोगों को पौधा बैठकर पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा देने से नहीं चूकते। घर – परीवर में कोई भी पारिवारिक,  धार्मिक सामाजिक सांस्कृतिक आयोजन के दौरान भी पौधारोपण को ही तरजीह दी जाती है। 

इस बार कोरोना पीड़ितों की याद में किया पौधारोपण 

शनिवार को भी उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर गुरुग्राम के कई स्थानों पर पहुंचकर पौधारोपण किया। इस बार पौधारोपण कोरोना काल में अपनी जान गवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के रूप में किया गया। कोरोना से पीड़ित लोगों लोगों के लिए जल्द स्वस्थ होने की कामना और मृतकों की स्मृति में हुए इस पौधारोपण कार्यक्रम को “स्मृति पौधारोपण दिवस” का नाम दिया। पौधारोपण से पहले अपने निवास पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा का हिस्सा बनते हुए परिवार के साथ कोरोना से मरने वालों की आत्मा की शांति की कामना की तथा पीड़ितों के जल्द स्वास्थ्य होने की दुआ भी परमात्मा से मांगी।

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