जीएमडीए के सीईओ सुधीर राजपाल ने वच्र्युअल बैठक करके जल भराव रोकथाम उपायों को लिया जायजा– 9 जून को माॅक ड्रिल कर अंडर पास से जल निकासी प्रबंधो का आंकलन करने के दिए आदेश गुरूग्राम,04 जून। गुरूग्राम-अलवर रोड़ पर चल रहे एलीवेटिड हाई-वे निर्माण कार्य के चलते वहां पर कुछ ढलान वाले स्थानों में बरसाती पानी भरने की आशंका को लेकर गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल ने वच्र्युअल माध्यम से संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की और निर्देश दिए कि बरसात के मौसम में जलभराव ना हो, इसके लिए समय रहते प्रबंध करने सुनिश्चित करें। श्री राजपाल ने सभी ऐजेंसियों से कहा कि वे मिलकर आपसी तालमेल के साथ जलभराव रोकथाम उपायों पर कार्य करें। बैठक में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों ने बताया कि एनएच-48 दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग तथा गुरूग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाढ़ नियंत्रण के उपाय किए जा रहे हैं। एनएचएआई के प्रोजेक्ट इंचार्ज पुनीत खन्ना ने बताया कि पिछले तीन साल से यह कार्य किया जा रहा है और हर साल बाढ़ नियंत्रण कार्यों मंे सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि सुभाष चैक पर जल भराव का स्थाई समाधान कर दिया गया है। यहां पर एलएचएस और आरएचएस को सड़क के नीचे से पाईप लाईन डालकर जोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि सुभाष चैक से वाटिका चैक की तरफ लगभग 3-4 किलोमीटर दूरी पर एक किलोमीटर की डेªन है, जिसकी सफाई का कार्य अगले दो सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा। इसी प्रकार, वाटिका चैक को ऊंचा उठाया गया है और वहां पर जलभराव रोकने के लिए अस्थाई चैंबर बनाने का कार्य लगभग 70 प्रतिशत पूरा किया जा चुका है, जिसके बाद उसे बादशाहपुर नाले से जोड़ा जाएगा। पुनीत खन्ना ने यह भी बताया कि इन प्रबंधो के अलावा एनएचएआई ने मोबाइल पंपो की भी व्यवस्था की है जिन्हें जरूरत अनुसार पानी निकासी के लिए लगाया जाएगा। श्री राजपाल ने कहा कि पंप लगाने की अपेक्षा बरसाती पानी को डायवर्ट करके ग्रीन बैल्ट या खाली पड़ी अन्य जमीन अथवा तालाबों में डालने की व्यवस्था करें ताकि बरसाती पानी नालांे में बहने की बजाय जमीन मे जाए। इससे भू जल स्तर में सुधार होगा। आईएम गुड़गांव नामक स्वयंसेवी संस्था की ओर से लतिका ठुकराल ने भी ऐसे ही विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वाटिका चैक से एसपीआर तक के स्टैªच में बरसाती पानी को साथ लगती खाली जमीन में डालना बेहत्तर रहेगा। जीएमडीए के मुख्य अभियंता प्रदीप कुमार ने बताया कि फालतू बरसाती पानी को भरने के लिए 7-8 ढलान वाली जगहों व तालाबों की पहचान कर ली गई है। लतिका ने तत्वम विला क्षेत्र में ढलान होने की वजह से जलभराव की समस्या की ओर ध्यान दिलाया। इस पर प्रदीप कुमार ने कहा कि बादशाहपुर डेªन के सीमा इंजीनियरिंग वकर्स के पास वाले हिस्से की क्षमता बढाई जा रही है। जिसके बाद तत्वम विला में पानी भरने की आशंका कम है। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि वाटिका चैक के आसपास के क्षेत्र में डेªनो की सफाई का कार्य किया जा रहा है। एनएचएआई के अधिकारी विकास मित्तल ने बताया कि खेड़की दौला टोल प्लाजा से लेकर दिल्ली बोर्डर तक हाईवे के दोनों तरफ बनी डेªनों की सफाई का कार्य निरंतर जारी है, मशीने लगातार चल रही हैं। जीएमडीए के सीईओ सुधीर राजपाल ने कहा कि एनएचएआई, जीएमडीए तथा नगर निगम के अधिकारीगण ज्वायंट इंस्पेक्शन करें और सभी डेªनो की बरसात से पहले सफाई करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने इन ऐजेंसियों को गुरूग्राम में बने तीनों अंडरपास में बरसात में जलभराव नहीं होने के उपायों को जांचने के लिए 9 जून को माॅक ड्रिल रखने के भी निर्देश दिए। Post navigation बच्चों ने कला से दिया पर्यावरण बचाने का दिया संदेश जीएमडीए के सीईओ ने गुरूग्राम में विकास कार्यों को लेकर की एनएचएआई के अधिकारियों के साथ बैठक