हांसी , 4  जून । मनमोहन शर्मा

 भाजपा नेता बोले गिनिज बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में टीम का नाम दर्ज करवाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर करेंगे सिफ़ारिश . पांच सदस्यी वैज्ञानिक दल ने एक साथ आठ क्लाेन तैयार कर केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान ही नहीं अपितु हिसार शहर के खाते में एक और बड़ी उपलब्धि डाल दी है। इस उपलब्धि की वजह से आज हिसार को विश्व के मानचित्र पर अनूठा स्थान मिला है, साथ ही इस टीम के सदस्य गंगवा गाँव के किसान मल्लाराम धत्तरवाल के बेटे डॉ. राजेश गंगवा का नाम आज इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में दर्ज होना पूरे हिसार के लिए गौरव की बात है, यह बात भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पिछड़ा वर्ग प्रदेशाध्यक्ष सन्दीप गंगवा ने कही, उन द्वारा जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि पूरे गाँव व गुहांड में खुशी की लहर है, जगह-जगह मिठाइयां बाटी जा रही है, औरते गीत गा रही है, बधाई देने वालों का घर में ताँता लगा हुआ है, शादी समारोह जैसा माहौल बना हुआ है।

 अक्टूबर 2019 से लेकर जनवरी 2020 तक केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के 5 सदस्यी वैज्ञानिकों की टीम ने रिसर्च के बाद एम 29 के 7 और हिसार गाैरव का एक रिक्लाेन तैयार किया था। इस उपलब्धि पर वैज्ञानिकों की टीम काे पांच लाख का इनाम देकर सम्मानित किया था। साथ ही नानाजी देशमुख टीम अवाॅर्ड से सम्मानित किया था। संदीप गंगवा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर से मुलाकात कर इस टीम की मेहनत को गिनिज बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में दर्ज करवाने के लिए गिनिज बुक ऑफ़ रिकॉर्ड के डायरेक्टर को पत्र लिखें।

 भैंस का क्लाेन बनाने में इनका रहा विशेष याेगदान
 टीम के सदस्य डाॅ. प्रेम सिंह यादव, डाॅ. नरेश एल सेलोकर, डाॅ. धर्मेंद्र कुमार, डाॅ. राकेश शर्मा, डाॅ. प्रदीप कुमार, डाॅ. राजेश गंगवा, डाॅ. मोनिका सैनी और डाॅ. सीमा दुआ का विशेष सहयाेग रहा।

 ग्रामीण आंचल के बच्चों को डॉ. राजेश से प्रेरणा लेनी चाहिए
 क्लाेनिंग टीम मे ग्रामीण आंचल से किसान के बेटे डॉ. राजेश गंगवा के प्रयास अतिसराहनीय है। डॉ. राजेश गंगवा ने देशभर में गांव गंगवा का नाम राेशन किया है। ग्रामीण आंचल के बच्चों को डॉ. राजेश से प्रेरणा लेनी चाहिए। इससे बच्चों को आगे बढ़ने में फायदा होगा।”
प्रधान मुकनाराम धत्तरवाल, कुम्हार महासभा गंगवा, हिसार।

 इस अवसर पर मनोहर लाल नंबरदार, बगडावत माल, सुल्तान गेदर, पूर्व पंच हेतराम शर्मा, आशा राम पन्घाल, पूर्व पंच राजकुमार सुथार, विजय रेबारी, सुभाष धतरवाल, इन्द्र गेदर व अन्य ग्रामीण मौजूद रहे ।

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