मैडिकल विद्यार्थियों में सबसे ज्यादा 60 एसजीटी मेडिकल कॉलेज से 

गुरुग्राम 26 मई। कोविड 19 की दूसरी लहर में जिला गुरुग्राम प्रशासन पूरी तत्परता के साथ इससे से पार पाने में जुटा हुआ है। प्रशासन के इस सार्थक प्रयास में जिला गुरुग्राम में विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के करीब 90 विद्यार्थी निःशुल्क सेवाएं दे रहे है। इनमें चंदू बुढेड़ा स्थित एसजीटी मेडिकल कॉलेज के करीब 60, मेवात के नलहड़ स्थित शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज से 25, सोनीपत के खानपुर स्थित भगत फूल सिंह मेडिकल कॉलेज से 5 व झज्जर के वर्ल्ड कॉलेज ऑफ मैडिकल साइंस से 5 मैडिकल विद्यार्थी शामिल हैं।

ये सभी मैडिकल विद्यार्थी कोरोना मरीजों के ईलाज के लिए निःशुल्क सेवाएं दे रहे हैं। गुरुग्राम के उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने इन स्टूडेंट्स के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में ये मैडिकल स्टुडेंट्स गुरुग्राम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इनमें ज्यादात्तर एमबीबीएस के तृतीय वर्ष के विद्यार्थी हैं। उन्हांेने कहा कि ये विद्यार्थी जोश के साथ अपने कार्याें में दिन रात लगे रहते हैं और कोविड के खिलाफ लड़ाई का जब भी उल्लेख होगा तो इन विद्यार्थियों का नाम भी लिया जाएगा। 

जिला गुरुग्राम के सर्वेलेंस अधिकारी डॉ जय प्रकाश ने इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि अभी ये सभी विद्यार्थी 14 मई से निरंतर फील्ड व टेलीकॉलिंग के माध्यम से कोविड मरीजो को सेवाएं देने के साथ उनका मनोबल बढाने के कार्य में लगे हुए हंै। इसके साथ काफी संख्या में वालंटियर भी जुड़े हुए हैं।

 टेलीकॉलिंग में एसजीटी मेडिकल कॉलेज से अपनी सेवाएं दे रही है एम.बी.बी.एस  कोर्स के तृतीय वर्ष की छात्रा खुशबू यादव ने अपने कार्य के बारे में बताते हुए कहा कि वे 14 मई से कोविड संक्रमित लोगो को फोन कर उनका हाल चाल जान रही हंै, साथ ही सही परामर्श देकर उनको स्वस्थ होने में मदद कर रही हैं। इसी मेडिकल कॉलेज के एक अन्य विद्यार्थी कशिश कपूर ने बताया कि संक्रमण से ठीक होने के बाद उस व्यक्ति की मोनिटरिंग भी जरूरी है ताकि पोस्ट कोविड के लक्षणों की समय रहते पहचान की जा सके।

एम.बी.बी.एस कोर्स के ही तृतीय वर्ष के विद्यार्थी गुरदीप कौर व कुणाल ने अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि वे काफी हद तक अपने स्तर पर ही संक्रमित लोगों को सही जानकारी के साथ संतुष्टि करा रहे हंै लेकिन ज्यादा गम्भीर मामलों में मरीजों को विशेषज्ञों से संपर्क करने की सलाह दी जाती है। उन्होंने बताया कि गुरूग्राम जिला प्रशासन की सुविधाओं का लाभ उठाते हुए ज्यादात्तर मरीज होम आइसोलेशन में रहकर ही स्वस्थ हो रहे हैं। ऐसे मरीजों का केवल मनोबल ऊंचा रखने की जरूरत है। 

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