कोरोना महामारी के बेकाबू और प्रचंड होने के बाद धीरे-धीरे अब नियंत्रण के साथ ही उपचार के लिए इस्तेमाल की गई दवाओं के बीच आर्सेनिक एल्बम 30 की लोगों के बीच में अलग ही चर्चा होने लगी है । जैसे-जैसे कोविड 19 की दूसरी लहर में हालात बेकाबू होते चले गए, मौत के आंकड़े आतंक बनते चले गए । वही सबसे बड़ी समस्या और परेशानी रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता या फिर इम्यूनिटी पावर को बनाए रखने की चुनौती भी सामने आ गई ।

जिस प्रकार से अचानक कोरोना संद्धिग्ध या फिर कोरोना के पीड़ितों को सांस लेने में परेशानी के साथ-साथ कोरोना पीड़ितों के तीमारदारों के लिए ऑक्सीजन के सिलेंडर एक प्रकार से रामबाण बन गए, यह बात किसी से छिपी नहीं रह सकी है । कोरोना पीड़ितों के उपचार के लिए महंगे से महंगे स्वास्थ्य विभाग और सरकार द्वारा अधिकृत इंजेक्शन के लिए भी लोग मुंह मांगी कीमत देने को मजबूर हो गए। कोरोना पीड़ितों के लिए और इम्यूनिटी पावर बरकरार रखने के लिए अंग्रेजी दवाओं का ही इस्तेमाल किया गया ।

लेकिन बेहद राहत और सुकून देने वाली बात यह भी उभर कर सामने आई है कि कोरोना महामारी के दौरान ही होम्योपैथिक मेडिसन आर्सेनिक एल्बम 30 ने भले ही धीरे-धीरे लेकिन अपना एक अलग ही स्थान और मुकाम कायम कर दिखाया । यह बात अलग है कि स्वास्थ्य विभाग, शासन-प्रशासन और सरकार का ध्यान आयुष विभाग की आयुर्वेदिक दवाओं जिसमें काढा और आयुर्वेदिक मेडिसन की किट शामिल रही पर ही केंद्रित रहा । जबकि होम्योपैथिक भी आयुष विभाग के ही अधीन है । कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के साथ-साथ आम लोगों की रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता अथवा इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने के लिए देश भर के अनेक होम्योपैथिक चिकित्सकों ने होम्योपैथिक मेडिसिन आर्सेनिक एल्बम 30 की डोज का वितरण किया।

एक अनुमान के मुताबिक जिला गुरुग्राम में सिटी से लेकर बाहर देहात के इलाकों में या फिर विभिन्न सरकारी कार्यालयों में काफी मात्रा में आर्सेनिक एल्बम 30 की डोज का वितरण किया जा चुका है ।

डॉक्टर नितिका शर्मा के अनुसार आर्सेनिक एल्बम 30 होम्योपैथिक मेडिसन को, इसका इस्तेमाल करने वाले लोगों के द्वारा बहुत ही सकारात्मक और उत्साहजनक परिणाम देने वाला बताया गया है ।

कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच आयुर्वेदिक और एलोपैथिक मेडिसन की ही चर्चा होती रही, लेकिन कथित रूप से इसे व्यवस्था की उदासीनता ही कहा जाएगा की अनगिनत लोगों को उनकी इम्युनटी पावर बढ़ाने के लिए बेहद उपयोगी साबित होने वाली होम्योपैथिक मेडिसिन का नहीं के बराबर प्रचार किया गया या फिर इसके आम लोगों के बीच वितरण किए जाने की खबरें और सबसे महत्वपूर्ण आर्सेनिक एल्बम 30 से लाभान्वित लोगों के अनुभवों को सामने नहीं लाया जा सका ।

इसके अतिरिक्त कोरोना पोजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन के दौरान सरकार की तरफ से दी जाने वाली “होम आइसोलेशन किट” में भी होम्योपैथी को कोई जगह नही दी गई है।

बहरहाल सीधे और सरल शब्दों में यही कहना उचित होगा कि कोरोना जैसी माहमारी अथवा आपदा के समय में होम्योपैथिक मेडिसन के बेहद सकारात्मक , उत्साहजनक परिणाम की वजह से इसकी भी लोगों की जुबान पर चर्चा होने लगी है।

मैं सरकार से अनुरोध करती हूं कि जनहित में आर्सेनिक एल्बम को भी होम आइसोलेशन किट में शामिल किया जाए।
जिससे कोरोना महामारी से निपटा जा सके तथा कोरोना के फलस्वरूप होने वाले दुष्परिणामों को कम किया जा सके।

error: Content is protected !!