एनआरआई ने दो एनजीओ की मदद से स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराएं 29 चिकित्सा उपकरण

भारत सारथी/कौशिक

नारनौल, 21 मई। विश्वव्यापी कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए एनआरआई भी दिल खोलकर आगे आ रहे हैं। गतदिवस इसी कड़ी में यूएसए के डेट्रॉइट में रह रहे माजरा कलां महेंद्रगढ़ के मूल निवासी रवि यादव ने लाखों रुपए के 29 चिकित्सा उपकरण स्वास्थ्य विभाग को सौंपे।

इस संबंध में रवि यादव ने बताया कि उन्होंने दो एनजीओ के साथ मिलकर 29 चिकित्सा उपकरणों की व्यवस्था करवाई है। उन्होंने बताया कि इस पहल की शुरुआत एक सोशल मीडिया ग्रुप ‘महेंद्रगढ़ म्युचुअल एड प्लस रिसोर्सेज’ से हुई। 

 जमीनी हकीकत जानने के बाद उन्होंने उपायुक्त अजय कुमार व सीएमओ डॉ अशोक कुमार से संपर्क किया। उन्होंने जिला में जरूरत अनुसार चिकित्सा उपकरणों की सूची तैयार की। इस दौर में बाजार में इन उपकरणों की कमी के चलते इन उपकरणों को खरीदना बहुत चुनौतीपूर्ण कार्य था। 

इसका हल निकालने के लिए उन्होंने ऐड इंडिया और हेल्प इंडियन हॉस्पिटल्स नाम की दो एनजीओ से संपर्क साधा।  इन एनजीओ की मदद से अब तक लाखों रुपयों के उपकरण जिला प्रशासन को सोंपे जा चुके हैं। इनमें 2 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर (10L) , 21 ऑक्सीजन फ्लो मीटर, 3 मल्टी परा-मीटर मॉनिटर और 3 बाईपैप मशीन शामिल है। 

उन्होंने बताया कि ये मशीनें बहुत से लोगों की जिंदगी बचाने में कारगर साबित हो रही हैं। फिलहाल जिला महेंद्रगढ़ के लिए और मशीने व आईसीयू कि लिए दवाइयां जुटाने कि लिए कोशिश चल रही हैं। वह लगातार विभिन्न एनजीओ के संपर्क में है ताकि जिला महेंद्रगढ़ में और अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।

महेंद्रगढ़ व कनीना के सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित करना अगला लक्ष्य

 एनआरआई रवि यादव ने बताया कि उनका प्रयास है कि महेंद्रगढ़ व कनीना सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित करवाया जा सके। इस काम के लिए एक प्रोजेक्ट पर काम जारी हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग इस मुहीम से जुड़ना चाहते हैं वो  ‘महेंद्रगढ़ म्युचुअल एड प्लस रिसोर्सेज’ फेसबुक ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं या उनसे सीधा फेसबुक पर संपर्क कर सकते हैं।

सेवा से संतुष्टि की अनुभूति होती है : उपायुक्त

एनआरआई के प्रयासों से जिला प्रशासन को मिल रही सहायता के संबंध में उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि ऐसे समाजसेवियों की मदद से हम निश्चित तौर पर इस महामारी को हराने में कामयाब होंगे।

उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा कार्य हैं जो यह दर्शाता है कि आप अंदर से कितने सुखी, समृद्ध और संतुष्ट हैं। सेवा से संतुष्टि की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि सच्ची सेवा सच्ची भावना के आधार पर ही हो सकती हैं। अब तक जितने भी समाजसेवियों ने इस महामारी के दौरान सहायता की है वे सभी बधाई के पात्र हैं। ऐड इंडिया और हेल्प इंडियन हॉस्पिटल्स ने अच्छी पहल की है।

अच्छे लोगों का लक्ष्य सेवा होता है : सीएमओ

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि इस दौर में ऐसे ही समाजसेवियों की जरूरत है जो बिना किसी स्वार्थ के समाज सेवा में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सेवा मनुष्य के हृदय को पवित्र करती है। अच्छे लोगों के जीवन का हमेशा सेवा भाव ही लक्ष्य रहता है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 की प्रथम लहर में भी यहां के नागरिकों ने दिल खोलकर लोगों की विभिन्न प्रकार से सेवा की थी। अभी भी कुछ नागरिक उसी प्रकार से पूरी निष्ठा के साथ सेवा भाव के साथ कार्य कर रहे हैं जो बहुत ही सराहनीय है।

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