मुख्यमंत्री मनोहर लाल का फीता काटकर अपना चेहरा चमकाने का भौंडा कुप्रयास, सत्ता अहंकार की पराकाष्ठा : विद्रोही

एक महिला द्वारा प्रतीकात्मक रूप से ट्रैक्टर खींचने पर कथित रूप से व्यथीत होने वाले मुख्यमंत्री एक बुजुर्ग महिला को पुलिस लाठियों से खून से नहलवाकर कैसे चैन की नींद सोए ?  विद्रोही

रेवाड़ी 17 मई 2021  – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने रविवार को हिसार में किसान महिलाओं और पुरुषों पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध करने पर किए गए बर्बर पुलिस लाठी चार्ज की कठोर आलोचना करते हुए इसे संघी सत्ता अहंकार की पराकाष्ठा बताया1           

 विद्रोही ने कहा यह जानते हुए भी कि हिसार में प्रत्यक्ष रुप से जाकर अस्थाई कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने जाने से तनाव बढ़ेगा, आमजन विरोध करेंगे, फिर भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का फीता काटकर कोरोना आपदा के बहाने अपना चेहरा चमकाने का भौंडा कुप्रयास सत्ता अहंकार की पराकाष्ठा है1 मुख्यमंत्री खट्टर जानबूझकर एक सुनियोजित रणनीति के तहत किसानों से टकराव पैदा करके प्रदेश को दंगों की आग में झोंकना चाहते हैं ताकि वे कोरोना आपदा से निबटने में भाजपा सरकार की असफलता से लोगों का ध्यान हटाकर मगरमच्छी आंसू बहाकर अपने को कोरोना संक्रमितों का मददगार साबित कर सके1             

विद्रोही ने कहा यदि खट्टर जी जरा भी संवेदनशील व्यक्ति हैं और लोकलाज में विश्वास करने वाले नेता होते तो हिसार में जाकर जानबूझकर व्यर्थ का टकराव पैदा नहीं करतें1 यह वही खट्टर है जो कांग्रेस विधायक शकुंतला खटक के उस ट्रैक्टर के खींचने से कथित रूप से इतने व्यथित हुए थे जिस ट्रैक्टर के स्टेरिंग पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा बैठकर पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों का प्रतीकात्मक विरोध कर रहे थे1 हरियाणा विधानसभा सदन में कैमरों के सामने रोने की एक्टिंग करते हुए मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा था कि एक ट्रैक्टर पर बैठे पुरुष को एक महिला विधायक द्वारा रस्सों से खींचने के टीवी पर दृष्यो और देखकर वे इतने व्यथित हुए उन्हें रात भर नींद नहीं आई1 अब मैं मुख्यमंत्री खट्टर से सार्वजनिक रूप से पूछना चाहता हूं कि अपने सत्ता अहंकार की पूर्ति के लिए हिसार में एक बुजुर्ग महिला को पुलिस लाठियों से लहूलुहान करवाके रविवार-सोमवार रात्रि को उन्हें नींद कैसी आई? एक महिला द्वारा प्रतीकात्मक रूप से ट्रैक्टर खींचने पर कथित रूप से व्यथीत होने वाले मुख्यमंत्री एक बुजुर्ग महिला को पुलिस लाठियों से खून से नहलवाकर कैसे चैन की नींद सोए? खट्टर जी का ट्रैक्टर खींचने से व्यथित होकर विधानसभा में रोने की नौटंकी शर्मनाक थी यह इसी से पता चलता है कि हिसार की बुजुर्ग महिला को पुलिस लाठियों से लहूलुहान करवाकर वे चैन नींद की नींद सो गएं1                  

 विद्रोही ने भाजपा द्वारा कोविड अस्पताल का कथित विरोध करने पर सवाल उठाकर पुलिस लाठीचार्ज मुद्दे को  जायज़ ठहराना बताता संघी असली मुद्दे को भटकाने के फिराक में हैं1 जो खुद बताता संघी कितने बड़े महाझूठे, षड्यंत्रकारी चाल चरित्र के लोग हैं1 हिसार में किसी ने भी अस्थाई कोविड अस्पताल का विरोध नहीं किया1 लोगों का विरोध खट्टर जी के किसान विरोधी फासिस्ट रवैए का था, दोनों को मिलाना अनैतिकता व बेशर्मी की हद है1 खट्टरजी की एक महिला सम्मान के आंसू बहाकर हरियाणा विधानसभा में रोने की नौटंकी व हिसार में बुजुर्ग महिला को पुलिस लाठियों से लहुलुहान करवाने की घटनाएं बताती है संघी पाठशाला में कैसी पढ़ाई होती है? दोगलापन संघी पाठशाला का मूल मंत्र है, जो संघीयों के व्यक्तिगत जीवन, चाल-चरित्र में कोई भी व्यक्ति देख सकता है1               

 विद्रोही ने मांग की मुख्यमंत्री में जरा सी भी लोकलाज बची है तो वे हिसार में पुलिस लाठीचार्ज से लहुलुहान हुई महिलाओं से सार्वजनिक माफी मांगे और लाठीचार्ज करने वाले पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करें1

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