भाजपा में ” राव राजा” की हेकड़ी निकालने की पूरी तैयारी! प्रदेश संगठन में जगह पाने को तरस रहे राव समर्थक। प्रदेश कार्यकारिणी के बाद जिला प्रभारियों के मामले में भी खाली हाथ। दक्षिणी हरियाणा की अहीरवाल बेल्ट के क्षत्रप और अहीर राजा राव इंदरजीत सिंह का भाजपा मे भी सब कुछ ठीक-ठाक दिखाई नहीं दे रहा। शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर ही लगता है कि प्रदेश नेतृत्व ने राव राजा को “किनारे ” लगाना शुरू कर दिया है। समय-समय पर राव राजा के विरोधियों को जैसे कांग्रेस शासन में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तवज्जो दे रखी थी बिल्कुल उसी “स्टाइल” में मनोहर लाल खट्टर अपना जलवा दिखा रहे हैं। परिस्थितियों को देखकर यह साफ कहा जा सकता है की अब अहीरवाल में राव राजा के वह पहले वाले ठाठ नहीं है। लगता है अहीरवाल में व्यापक जनाधार के दम पर पार्टी हाईकमान को अपने इशारों पर नचाने वाले राव राजा इंद्रजीत सिंह की हेकड़ी निकालने की भाजपा ने पूरी तैयारी कर ली है। प्रदेश स्तर पर पार्टी के लिए निर्णय लेने में राव समर्थकों को पूरी तरह नजरअंदाज किया जा रहा है। पहले पार्टी के प्रदेश संगठन विस्तार में राव के समर्थकों को दूर रखा गया । इक्का-दुक्का लोगों को छोड़कर संगठन में उनके समर्थकों को जमकर नजर अंदाज किया गया और अब पार्टी ने जिला प्रभारियों की नियुक्ति में भी उनके समर्थकों को कोई जगह नहीं दी। इसके विपरीत अहीरवाल में राव राजा को चुनौती देने वाले भाजपा नेताओं को पार्टी नेतृत्व सिर पर बैठाने का काम कर रहा है। इससे पूर्व भी उनके विरोधी नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव को खट्टर ने प्रमुखता देना शुरू किया था। अब ऐसा लग रहा है कि अहीरवाल क्षेत्र में भाजपा के पार्टी स्तरीय मामलों में अब राव राव के हस्तक्षेप को पार्टी ज्यादा समय तक झेलने को तैयार नहीं है। जिला व मोर्चा पदाधिकारियों की नियुक्ति करते समय पार्टी ने राव विरोधी माने जाने वाले हरको बैंक के चेयरमैन अरविंद यादव को एक और जिम्मेदारी देकर रोहतक जिले का प्रभारी बनाया है। उनकी दूसरी विरोधी पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव को प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ महिला मोर्चा की प्रभारी भी नियुक्त किया गया है। राव राजा इंद्रजीत सिंह के एक अन्य विरोधी पटौदी से सत्य प्रकाश जरावता को भी फरीदाबाद का प्रभारी बनाया गया है। पार्टी की तीन सूचियां जारी हो चुकी हैं। पद पाने में नाकाम राव समर्थक बुरी तरह निराशा का सामना करने को मजबूर हैं। पार्टी की प्रदेश इकाई राव की सलाह के बिना एक के बाद एक निर्णय ले रही है। शायद पार्टी की ओर से राव को यह संदेश देने का काम किया जा रहा है कि भाजपा में व्यक्ति विशेष पार्टी से ऊपर नहीं हो सकता। इंद्रजीत खामोशी और बेबसी के साथ सारा नजारा देख रहे हैं। उनके समर्थक दिल में आक्रोश लिए निराशा का सामना कर रहे हैं और विरोधी खुशी से झूम रहे हैं। अब आने वाला समय ही तय करेगा की राव राजा क्या कदम उठाएंगे। Post navigation कोरोना काल में योद्धा बनकर काम कर रहे हैं मनीष चौधरी किसानों का वो हमदर्द जिससे काँपती थीं सरकारें