कल मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी खट्टर साहब गुरुग्राम में अधिकारियों संग समीक्षा बैठक करके अपनी पीठ थपथपा गए जिस बैठक में केवल केवल वह अधिकारी मौजूद थे जिनके ऊपर अव्यवस्थाओं के आरोप लग रहे हैं अर्थात जो जिम्मेदार हैं मौजूदा हालातों के लिए अब न जाने किसी दबाव में है मुख्यमंत्री जी इन अधिकारियों के या कोई और बात है खैर यह तो मुख्यमंत्री जी जाने और उनकी पार्टी भाजपा मगर जनता तो जानना चाहती है कि आखिर उस समीक्षा बैठक का उसे लाभ क्या मिला ,

स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री जी मिलना नहीं चाहते हैं या स्वम् जनप्रतिनिधियों को जरूरत महसूस नहीं हुई इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में जाने की भई कुछ भी कहो मगर स्तिथिया बहुत खराब हैं और ऐसे में की गई कोई भी कोताही जनता की जान ले लेगी उसपर भारी पड़ रही है और जब्कि बहुत सारे लोग जान गवा भी चुके हैं तो क्या ऐसे में यह कृत्य शोभनीय समझे जा सकते हैं – सवाल यह है ?

विधायकों की गैरमौजूदगी दर्शाती है कि न तो भाजपा में सबकुछ ठीक चल रहा है न शहर और प्रदेश में तो क्या मजाक समझ रखा है इस सरकार ने और उसके नेताओं ने कोरोना महामारी को या प्रदेश के लोगों की जान को – अपनी ओछो राजनीति और फेसमेकिंग (छवि) को बनाने के लिए कितने लोगों की जानो से और खिलवाड़ करेंगे खट्टर साहब – आप विधायकों की सुनते नहीं ,सांसद आपसे व्यवस्थाओं को ठीक करने के लिए पत्र लिखकर कह रहे हैं जनता की बातों को मैं बता रहा हूँ – खट्टर साहब बचा लीजिए लोगों की जानो को यदि बचा सकते हैं तो मत खिलवाड़ करो उनकी जानो से ।

ऐसी समीक्षा बैठक तो आप चंडीगढ़ में बैठकर भी कर सकते थे जहां से आप पूरे हरियाणा प्रदेश की स्तिथियों पर नजर बनाए रख सकते थे और बेकार की भाग-दौड़ से भी बच सकते थे और उस समय का सदुपयोग भी कर सकते थे – मगर आपको गुरुग्राम की कमान संभालनी थी और उन अधिकारियों से बैठक कर समीक्षा करनी थी कि सब कुछ ठीक चल रहा है कि नहीं , मुख्यमंत्री जी आप आरोपितों के साथ ही बैठक करेंगे तो आपको कोंन बताएगा कि वही दोषी थे जिनपर आपको भरोसा है , कोई कार्यवाही करना तो दूर आपने उन्हें धमकाया (हड़काया ) तक नहीं क्यों ?

ऐसे बहुत सारे प्रश्न पूछता है माईकल सैनी आपसे

1,जो लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण मरे उनकी मौत के जिम्मेदार कौन ?
2, प्रत्येक ऑक्सीजन रिफिलिंग सेंटर पर आपका एक नहीं दो से तीन अधिकारी तक बैठे हैं और फिर भी हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है न आम लोगों को मिल पा रही है उसके कारण जिनकी जाने गई उसका जिम्मेदार कौन ?
3, रेडक्रॉस दफ्तर में स्टोर करके रखे गए गैस सिलेंडर किनके लिए और किसके आदेश पर रखे गए जिसके चलते कीर्ति हॉस्पिटल में सात लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा उसका जिम्मेदार कौन ?
4,खाद्य सामग्री ,दवाओं ,बैडस ,ऑक्सीजन की होती कालाबाजारी ( ब्लैकमार्केटिंग ) का विषय आपने समीक्षा बैठक में रखा क्या और रखा तो क्या समाधान किया जानना चाहती है जनता आपसे बताएं ?
5, अधिकारियों की खामियों के चलते 12 से अधिक हॉस्पिटलों ने अपने शटडाउन कर दिए और भाग गए लोगों को उपचार देने के समय पर उनके खिलाफ आप क्या एक्शन लेंगे ?
6, लोकडाउन लगा वर्क एट होम कराने वाली कम्पनियों ने भी अपने कर्मचारियों को निकाल दिया ,व्यापारी ,रेहड़ी रिक्शे वाला ,मजदूर ,गरीब सब दाने दाने को मोहताज हैं क्या उनके लिए कोई समाधान निकालने के लिए आपने कोई प्रयास किया समीक्षा बैठक में और यदि नहीं तो क्यों नहीं किया पूछता है माईकल सैनी आपसे ।

मुख्यमंत्री जी आपसे कोई भी संतुष्ट नहीं ना जनप्रतिनिधि ना आपकी पार्टी के कार्यकर्ता ना ही आम जनता तो घमंड में हो ?

तरविंदर सैनी ( माईकल ) समाजसेवी गुरुग्राम को लगता है कि मेरी शीतला माता जो गर्भगृह स्व बाहर रख रखी है इस खट्टर सरकार ने यह कहीं न कहीं उसका प्रकोप झेल रहा है मेरा शहर !

मुख्यमंत्री जी दौड भाग ही करनी है तो जनता के विषयों को जानकर उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधन की और भागो जाओ शमशानों में लकड़ियों की भी किल्लत पेश आ रही है दवाओं वेंटीलेटर्स और वैक्सीन तथा जरूरी संसाधनों की तो बात ही क्या करें आपसे इसलिए खट्टर साहब बचा लीजिए मेरे शहर वासियों को ।

सरकार की नीतियां गलत हैं या माईकल सैनी की बात यह तो जनता ही तय करेगी समय की प्रतीक्षा है और देख रही है कि आपकी समीक्षा बैठक से क्या हल निकलता है ।

बहुत बहुत शुक्रिया धन्यवाद आप सभी का पढ़ने और वास्तविकता को समझने के लिए : माईकल सैनी

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