सीएम एक्शन मोड में किया ऑक्सिजन संयंत्रों का किया मुआयना.
रेमडेसीविर , बेड सहित कोविड की स्थिति का जायजा लिया

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम ।
 दक्षिणी दिल्ली के साथ लगते हरियाणा की आर्थिक राजधानी, मेडिकल हब गुरुग्राम में बेकाबू होते कोरोना कॉविड 19 के मामले और बढ़ते मौत के आंकड़े । इसके साथ अहीरवाल के लंदन रेवाड़ी में भी बेकाबू होते कोरोना सहित गुरुग्राम और रेवाड़ी में ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई उपचाराधीन मरीजों की हुई अकाल मौत को गंभीरता से लेते हुए हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर सोमवार सायं अचानक गुरुग्राम पहुंचे । यहां आने से पहले उन्होंने प्रदेश में विभिन्न जिलों में मौजूद ऑक्सीजन संयंत्रों का मुआयना भी किया। गुरुग्राम पहुंचने के बाद उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के सचिव राजीव अरोड़ा तथा चंडीगढ़ के उच्चाधिकारियों के साथ प्रदेश में ऑक्सीजन सप्लाई, इंजेक्शन रेमडेसीविर की उपलब्धता व बेड आदि की व्यवस्थाओं सहित कोविड की स्थिति का जायजा लिया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड की स्थिति और व्यवस्थाओं पर निगरानी के लिए चंडीगढ़ मुख्यालय पर सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल रूम बनाया गया। कंट्रोल रूम का इंचार्ज प्रधान सचिव विजेंद्र कुमार को बनाया गया जहाँ से सभी उपायुक्तों के साथ तालमेल रखा जाएगा।  सीएम ने कहा कि हरियाणा को 162 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की एलोकेशन केंद्र सरकार से हुई है, उसका प्रदेश में प्राथमिकता तय करके सही ढंग से जिलों में किया वितरण जाएगा।

सीएम ने यह भी कहा कि वे केंद्र सरकार से बात करके प्रदेश के लिए ऑक्सीजन की एलोकेशन बढ़वाने का प्रयास करेंगे। डायरेक्टर एम एस एम ई और डायरेक्टर इंडस्ट्रीज को निर्देश दिए गए हैं कि वे इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन प्लांट से उद्योगों के लिए तैयार होने वाली ऑक्सीजन को लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन में कन्वर्ट करके देना सुनिश्चित करेंगे। ताकि मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी ना रहे। ऑक्सीजन के सही वितरण की व्यवस्था के लिए हर जिला में ड्रग कंट्रोल ऑफिसर को जिम्मेदारी दी गई।

सीएम ने कोविड मरीजों के लिए अतिरिक्त बेड तथा दवाएं उपलब्ध करवाने पर जोर दिया और कहा कि रेमडेसीविर इंजेक्शन और जरूरी दवाएं जहां से भी हम मंगवा सकते है, इन्हें प्राथमिकता के साथ में मंगवाएं।

गुरुग्राम में मेदांता और एम3एम के बीच तानमेल हुआ है , खाली फ्लैटों में ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड की व्यवस्था की जाएगी, जहां पर मेदांता अस्पताल से स्टेप डाउन मरीजों अर्थात कम गंभीर मरीजों को शिफ्ट किया जाएगा। इस प्रकार मेदांता में 300 से 400 और मरीजों को बेड उपलब्ध होंगे। यह भी बताया गया कि हिसार और पानीपत में भी अस्थाई कोविड अस्पतालों की व्यवस्था की जा रही है, आज के दौरे में मुख्यमंत्री ने विभिन्न अस्पतालों की जगहों का किया मौका मुआयना किया।

ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था करने पर भी हुआ विचार किया गया, सीएम ने कहा जहां से भी मिलें, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था हमें कर लेनी चाहिए। कोविड मरीजों के इलाज में कोई कमी ना रहे, इसके लिए पीजीआईएमएस रोहतक के चैथे और पांचवें साल की परीक्षा दे चुके विद्यार्थियों के अलावा एमडी और एमएस करने वाले विद्यार्थियों का सहयोग लिया जाएगा। इन चिकित्सकों को रेशनेलाइज करके स्वास्थ्य विभाग तथा प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में अतिरिक्त डॉक्टर भेजे जाएंगे।

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