गुडग़ांव, 25 अप्रैल (अशोक): कोरोना महामारी के कारण प्रवासी श्रमिकों का अपने घरों को लौटने का सिलसिला जारी है। जहां ये प्रवासी श्रमिक अपना कुछ घरेलू सामान लेकर सडक़ मार्ग से बसों में सवार होकर अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं, वहीं इन प्रवासी श्रमिकों ने अपने घरेलू भारी सामान के लिए बड़े ट्रकों की भी व्यवस्था कर डाली है। सामूहिक रुप से ये श्रमिक इन ट्रकों में सामान भरकर ट्रांसपोर्ट के माध्यम से पहुंचाने में जुट गए हैं। सैक्टर 12 व राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित राजीव चौक के निकट बने अस्थायी बस स्टैण्ड से उतरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, झारखंड, छतीसगढ़, उतराखंड आदि प्रदेशों की ओर जाने वाले प्रवासी श्रमिकों व उनके परिजन प्रात: से ही डेरा डाले पड़े रहते हैं, ताकि उन्हें बसों में यात्रा करने का मौका मिल सके। हालांकि निजी बस संचालकों ने किराए में दोगुणा वृद्धि भी कर डाली है, लेकिन घर पहुंचने की आस में इन प्रवासी श्रमिकों को बढ़ा हुआ किराया भी नहीं रोक पा रहा है। इन श्रमिकों का कहना है कि वे गत वर्ष के लॉकडाउन को नहीं भूले हैं। उन्होंने लॉकडाउन का दंश झेला है। यदि फिर से लॉकडाउन लग गया तो उन्हें अपने घर पहुंचना बड़ा मुश्किल हो जाएगा। हालांकि प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन प्रवासी श्रमिकों को आश्वस्त करता आ रहा है किकोरोना को लेकर फिलहाल कोई लॉकडाउन गुडग़ांव में नहीं लगाया जा रहा है, लेकिन ये प्रवासी श्रमिक इसको मानने के लिए कतई भी तैयार नहीं हैं। Post navigation कोरोना से बचाव के लिए स्वेच्छा से ही शहरवासियों ने शुरु कर दिया है जिला प्रशासन के आदेशों का पालन कोरोना संक्रमण से ग्रस्त मरीजों की सहायता के लिए गुरुग्राम पुलिस ने शुरू की 24X7 हेल्पडेस्क/हेल्पलाइन सेवा