रेवाड़ी, 23 अप्रैल 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने एक बयान में कहा कि किसी भी समस्या का समाधान तभी संभव है, जब समस्या को सवीकार किया जाये। लेकिन सत्ता अहंकार में चाहे केन्द्र की मोदी सरकार हो या हरियाणा भाजपा-जजपा सरकार हो, वह आमजनों, सामाजिक-राजनीतिक संगठनों द्वारा उठाई किसी समस्या को स्वीकारतेे ही नही। विद्रोही ने कहा कि जब भाजपा सरकार समस्या है, यह ही नही स्वीकारती है तो उसका समाधान होगा, यह आशा भी बेमानी है। हरियाणा में विपक्षी दल कांग्रेस, आमजन, किसान-मजदूर, व्यापारी, कर्मचारी संगठन विभिन्न समस्याओं को लेकर धरना-प्रदर्शन, आंदोलन के माध्यम से उठाते है, पर सत्ता अहंकार में भाजपा-जजपा सरकार उनके द्वारा उठाये गए मुद्दों को मुद्दा ही नही मानती है। प्रदेश में ऐसी स्थिति होने से जहां सरकार से आमजनों का टकराव बढ़ता जा रहा है, वहीं हर क्षेत्र में स्थिति बिगडती भी जा रही है। विद्रोही ने कहा कि गेंहू खरीद प्रक्रिया, उठान, मंडियों में आधारभूत व्यवस्थाओं में भारी खामियां है। किसान संगठन व कांग्रेस इन खामियों पर सरकार का ध्यान दिलाते है, पर सरकार किसी खामी का होना मानती ही नही। इसी तरह कोरोना संक्रमण दौर में प्रदेश में आक्सीजन, बेड, दवाईयोंं की भारी कमी है। कोरोना टेस्ट करवाने में पीडि़तों को भारी परेशानी हो रही है, पर सत्ता अहंकार में मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ऐसी किसी समस्या के होने से इनकार करके लोगों के जख्मों पर नमक छिडक रहे है। विद्रोही ने कहा कि जब सत्ता अहंकार में संघी सरकार व उसके कर्ताधर्ता समस्या है, इसे ही मानने को तैयार नही है तो उसका समधान क्या खाक करेंगे। विद्रोही ने आरोप लगाया कि सरकार के इसी अहंकारी रवैये से हरियाणा में हर क्षेत्र में स्थितियां बद से बदतर हो रही है जो प्रदेश को विनाश के गर्त में धकेल रहा है। Post navigation सरकार स्वयं ही कोरोना संक्रमण की भयावता को दबाएगी तो दूसरी लहर से लड़ेगी कैसे ? विद्रोही सरकार-प्रशासन की कथनी-करनी में दिन-रात का अंतर है : विद्रोही