वर्ग आधारित असमानता व सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन में बाबा साहेब का योगदान अविस्मरणीय: कृषिमंत्री भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में भाजपा की ओर से कार्यक्रम आयोजित हांसी , 18 अप्रैल। मनमोहन शर्माहरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर बहुआयामी विद्वान और दूरदर्शी सोच के धनी थे। रविवार को स्थानीय पटेल नगर में बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में भाजपा की ओर से आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्यातिथि संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। डिप्टी स्पीकर ने कहा कि जब भी देश और समाज में ऊंच-नीच, भेदभाव, जाति-पाति जैसी कुरीतियों का जन्म हुआ है, तब-तब बाबा साहेब जैसे महापुरूषों ने इस धरती पर जन्म लिया है। उन्होंने देश को एकसूत्र में पिरोने का काम किया। समाज में दबे-कुचले और गरीब लोगों को आगे लाने के लिए शिक्षा के अवसर उपलब्ध करवाए। डिप्टी स्पीकर ने कहा कि बाबा साहेब ने सामाजिक समरसता के विचार को अपनाकर राष्ट्रीय एकता, राष्ट्रवाद तथा राष्ट्र सुरक्षा की भावना को सुदृढ़ करने का कार्य किया। इसलिए हम सभी का भी यह कर्तव्य बनता है कि हम महापुरूषों के समतामूलक विचारों को आगे बढ़ाएं। हम बच्चों को शिक्षित बनाकर संस्कारित करें ताकि वे राष्ट्र एवं समाज की तरक्की में अपना योगदान दे सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जनता के हित में अनेकों योजनाएं शुरू की है तथा सभी महापुरूषों की जयंतियां सरकारी तौर पर मनाई जा रही है। बाबा साहेब की विचारधारा का अनुसरण करते हुए हरियाणा सरकार द्वारा ऐसी योजनाएं बनाई गई हैं, जिससे गरीब वर्ग का कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित न रहने पाए। अपने संबोधन में कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि जो रास्ता डा. भीमराव अम्बेडकर ने दिखाया था, उसी रास्ते पर केन्द्र और राज्य सरकार कार्य कर रही है। दोनों सरकारों का उदेश्य है कि लोगों का जीवन सरल हो और उन्हें हर प्रकार की सुविधाएं मिल सके। उन्होंने कहा कि कोई भी इन्सान ऊंचा उठना चाहे तो वह शिक्षा, संघर्ष, कड़ी मेहनत, ईमानदारी से ही ऊंचा उठ सकता है। बाबा साहेब इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के जीवन मूल्यों को अपने जीवन में आत्मसात करने का आह्वान करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि बाबा साहेब के व्यक्तित्व को समझना व उनका अनुसरण करना उन्हें सच्ची श्रद्धाजंलि है। उनका ध्येय था कि सरकार सामाजिक बदलाव का माध्यम बने और वे सफल हुए। बाबा साहेब के पास निजी जीवन को बेहतर ढंग से जीने के लिए अनेक विकल्प थे वो रास्ता आसान था। लेकिन उन्होंने देश के लिए काम करने के रास्ते को चुना। समाज में विषमता समाप्त करने के लिए परिश्रम किया। वे पूरी तरह राष्ट्रवादी व्यक्ति थे। राज्यसभा सांसद डॉ डीपी वत्स ने अपने संबोधन में कहा कि युग दृष्टा के नाते डॉ भीमराव अम्बेडकर ने राजनीतिक और आर्थिक धरातल पर समाजिक क्रांति को साकार करने का सार्थक प्रयास किया। वर्ग आधारित असमानता,शिक्षा व सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन में उनकी रचनात्मक भूमिका हमें सदैव प्रेरित करती रहेगी। बाबा साहब ने समरसता व उंच-नीच से हटकर सामाजिक बराबरी के लिए जो संघर्ष किया प्रदेश सरकार उसको आगे बढ़ाने में लगी हुई है। पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने इस अवसर पर कहा कि महानपुरूषों का संदेश पूरी मानव जाती के कल्याण के लिए होता है। उनके आदर्शों को किसी वर्ग विशेष तक समिति रखना ऐसे महानपुरूषों के साथ अन्याय होगा। मेयर गौतम सरदाना तथा भाजपा जिलाध्यक्ष कैप्टेन भूपेंद्र ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलावासियों को बाबा साहेब जयंती पर अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर हांसी के विधायक विनोद भ्याणा, प्रदेश सचिव करण सिंह रानोलिया, पूर्व चेयरमैन सतबीर वर्मा, अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष रमेश मिर्जापुर, सीनियर डिप्टी मेयर अनिल मानी, डिप्टी मेयर जयवीर गुर्जर, वरिष्ठ भाजपा नेता श्रीनिवास गोयल, महावीर प्रसाद, सीमा गैबीपुर, सोनाली फोगाट, प्रवीण पोपली, धर्मवीर रतेरिया, सुनीता रेढू, अशोक मित्तल, अन्वेष यादव, बलजीत फोगाट, राजेंद्र सपरा, नरेश मेहता, संजय कायत, मुनीश, जोगीराम खुंडिया, राजेश मुंडई, एसपी चालिया, देसराज कंबोज, पम्मी खटक सहित भाजपा जिला कार्यकारिणी के सभी प्रमुख कार्यकर्ता व प्रकोष्ठ के अध्यक्ष उपस्थित थे। Post navigation पेंशनर्ज समाज की जिला कार्यकारिणी ने मंत्री अनूप धानक को ज्ञापन सौंपा समाधा र्मान्दर : शहर के गणमान्य लोगों की बैठक, असमाजिक तत्वों से बचाने के लिए कमेटी बननाई जाए