पेड़ गिरने बिजली के खंभे टूटने से विद्युत व्यवस्था बाधित, देर रात तक नहीं हो पाई कि बहालमंडी गांव में पड़ी किसानों की गेहूं सरसों की फसल भीगी भारत सारथी/ कौशिक नारनौल । हरियाणा में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। प्रदेश के कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई है । दक्षिणी हरियाणा में भी दोपहर के वक्त अचानक मौसम बदल गया। तेज हवाएं चलने लगी और देखते ही देखते बारिश शुरू हो गई। शुक्रवार को देर शाम तक तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश के कारण अनाज मंडियों में पड़ी गेहूं और सरसों की फसल भीग गई है। गेहूं व सरसों को ढकने के लिए आढ़तियों की तरफ से किए गए प्रबंध नाकाफी नजर आए। शुक्रवार को दक्षिणी हरियाणा के कई इलाकों में हुई बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। गुरुग्राम से लेकर रेवाड़ी, नारनौल तथा दादरी में आंधी के चलते अनेक जगह के पेड़ टूट गए जिससे विद्युत व्यवस्था बाधित हो गई। कई जगहों पर पेड़ गिरने से आवाजाही बाधित हुई तो कुछ जगह तेज हवाओं के कारण बिजली के तार आपस में टकरा गए और देर के लिए कई क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई । जो रात 9 बजे तक बहाल नहीं हो पाई। वहीं मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट कर दिया था कि क्षेत्र में तेज आंधी के साथ बारिश हो सकती है। आज ऐसा ही कुछ नजारा गुरुग्राम, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, नारनौल, अटेली, कोसली, रेवाड़ी, नांगल चौधरी तथा चरखीदादरी इलाके में देखने को मिला। जहां एक तरफ अनाज मंडियों में खुले में रखी गेंहू की फसल भीग गई है तो वहीं दूसरी तरफ खेतों में खड़ी फसल को भी नुकसान पहुंचा है। कई जगहों पर तेज बारिश तो कई जगहों पर हल्की बारिश हुई और आंधी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया तो दूसरी तरफ किसानों के सामने विकट स्थिति पैदा कर दी । कई जगह खेतों में अभी भी खुले आसमान के नीचे गेहूं की फसल पड़ी है और पशुओं का चारा तुडी पड़ा है। तो कई गांवों में लोगों ने सब्जियां उगा रखी थी लेकिन आज हुई बारिश ने किसानों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी। Post navigation चार दशक पुरानी सीवरेज बेहाल व्यवस्था सुधरेगी, 6.12 करोड़ की लागत कार्य का मंत्री ने किया शुभारंभ अब मजबूत सरकार पाली है, तो जरा महंगी तो पड़ेगी ही, लेकिन क्या आपमे पूछने की हिम्मत है कि तमाम पैसा गया कहां ?