एसओपी को सख्ती से लागू करें अधिकारी : उपायुक्त
बिना मास्क वालों के काटें चालान, चालान की हर रोज भेजनी होगी रिपोर्ट।
क्लोज कांटेक्ट पर टेस्ट का फोकस रहेगा।

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। कोविड-19 की दूसरी लहर पिछली बार से अधिक खतरनाक है। जिस तरह से पॉजिटिव मामले पिछले एक सप्ताह से बढ़ रहे हैं उससे यह अंदेशा है कि यह इस बार अधिक नागरिकों को संक्रमित कर रहा है। जिला में कोविड-19 की रोकथाम के लिए बनाई गई एनफोर्समेंट टीम पूरी तरह से सक्रिय हो जाएं। ये निर्देश उपायुक्त अजय कुमार ने आज लघु सचिवालय में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी को सख्ती से लागू करने के लिए बुलाई बैठक में अधिकारियों को दिए।डीसी ने कहा कि सरकार की गाइड लाइन को सख्ती से लागू करना है। इसमेंं थोड़ी भी छूट हानिकारक हो सकती है। उन्होंने कहा कि विशेषकर शहरोंं तथा सामाजिक कार्यक्रमोंं में भीड़ को नियंत्रित करना होगा। शहरों में जिस प्रकार से सब्जी वाले व अन्य प्रकार की रेहडिय़ां मार्गो पर बिना मास्क लगाए सामान बेच रहे हैं वह कोरोना को बढ़ावा दे रहा है।

भाजपा सरकार में प्रधानमंत्री से लेकर प्रदेश सरकार के मंत्री और विधायक मास्क लगाने का उपदेश तो देते हैं पर स्वयं अमल नहीं करते । यही नजारा आज उपायुक्त ने भी पेश किया। शायद सरकार वह प्रशासन का यह शगल बन गया है। उपायुक्त ने मास्क को लेकर उपदेश जिले के आला अधिकारियों के समक्ष दीया। संयोग देखिए आज ही वह नांगल चौधरी तहसील क्षेत्र के गांव में मेघोत हाला, बायल, गोलवा तथा जैनपुर में बाढ़ नियंत्रण एवं जल संरक्षण के लिए पुराने बांधों का निरीक्षण करने गए थे। जनसूचना एवं संपर्क अधिकारी द्वारा उनकी फोटो इस अवसर की जारी की गई इस अनेक फोटो में से एक फोटो में उपायुक्त बिना मास्क के साफ नजर आ रहे हैं। अब यहां सवाल यह खड़ा होता है की जिला उपायुक्त के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी या आम जनता को मेरी समझ कर उनकी जेब काटी जाएगी। उचित व्यवहार जरूरी बताने वाले उपायुक्त यह नियम तो आप पर भी लागू होता है।

अब पूरी बैठक की रिपोर्ट ध्यान से पढ़िए। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि कोविड-19 उचित व्यवहार बहुत जरूरी है। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सार्वजनिक स्थानों के अलावा कार्यालयों मेंं आने वाले नागरिक हर हाल मेंं सही तरीके से मास्क लगाएं। गलत तरीके से मास्क लगाने वालों पर भी सख्ती जरूरी है। ज्यादातर नागरिक मास्क केवल दिखावे के लिए लगा रहे हैं। इस पर विशेष फोकस दें। लोगोंं को बार-बार हाथ मूंह धोने के लिए प्रेरित करें। जिन अधिकारियों ने अभी तक चालान बुक नहीं ली है वे अपनी चालान बुक लें। अब हर रोज नगराधीश को चालान की रिपोर्ट भेजनी होगी।

उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश हैं कि इस संबंध में धरातल पर लोग कोविड-19 के उचित व्यवहार को भूल चुके हैं। इस बार में अगर कोई बात नहीं मानता है तो पहले उसे नोटिस दें फिर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्यवाही करें। उन्होंने सीएमओ को टेस्ट की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। वहीं क्लोज कांटेक्ट पर टेस्ट का फोकस रखें। साथ ही टीकाकरण के काम को जारी रखें। सभी एसडीएम मार्केट एसेसिएशन से बात करके सरकार के दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू करवाएं। लोगों को जागरूक करने के लिए नगर परिषद की लाउड स्पीकर वाली गाडिय़ों का प्रयोग किया जाए ताकि लोग इस संक्रमण की गंभीरता को समझें।इस बैठक में एडीसी अभिषेक मीणा, एसडीएम नारनौल मनोज कुमार, एसडीएम महेंद्रगढ़ दिनेश, नगराधीश अमित कुमार तथा सीएमओ डा. अशोक कुमार के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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