–नारनौल व आसपास क्षेत्र में आवारा सांडों से लोग परेशान, प्रशासन सुस्त

नारनौल,(रामचंद्र सैनी): नारनौल शहर व आसपास क्षेत्र में पिछले कई महीनों से आवारा सांडों के आंतक से लोगों के जानमाल पर बन आई है। नारनौल के साथ लगते गांव ढाणी किरारोद अफगान में एक आवारा सांड ने  घर के बाहर खडी एक वृद्ध महिला को सींगों से उठाकर फेंक दिया, इस हादसे में महिला की कुछ देर बाद मौत हो गई। इस मामले में मृतक वृद्धा के पुत्र नत्थूराम ठेकेदार ने बताया कि उनकी मां पडोस से वापस घर लौट रही थी तो घर के  बाहर गली में खड़े एक आवारा सांड ने सींगों से उठाकर करीब दस फीट दूर फेंक दिया। सींगों पर उठाने की वजह से उनकी मां के पेट में गंभीर चोट आई थी। ठेकेदार ने बताया कि उपचार के लिए जब उनकी मां को अस्तपाल ले जाया गया जहां, डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

आवारा सांड से वृद्धा की मौत के बाद गांव के लोगों में जिला प्रशासन और नगर परिषद के अधिकारियों के प्रति भारी रोष व्याप्त है। गांव के बलवंत सिंह, पूर्व सरपंच विजय कुमार, पंच प्रताप सिंह, पंच मदन लाल व श्रीचंद ठेकेदार आदि लोगों ने बताया कि इन आवारा सांडों की वजह से कटाई से पहले फसलों को काफी नुकसान पहुंचा तो अब गांव की गलियों में लोगों की जानें तक जा रही है। प्रशासन की जानकारी में मामला लाने के बाद भी आवारा सांडों के प्रति जिला प्रशासन द्वारा कोई कदम नहींं उठाए जा रहे हैं। इन ग्रामीणों ने यह भी बताया कि उनका गांव अब नगर परिषद में शामिल हो चुका है, इसलिए नप अधिकारियों को आवारा सांडों को पकडकर बाडे या गौशालाओं में पहुंचाना चाहिए लेकिन नगर परिषद भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है।

एक माह पहले सलामपुरा में भी पांच महिलाओं को किया था घायल

आवारा सांडों के मामले में नारनौल जिला प्रशासन और नगर परिषद मस्त है लेकिन  आम जनता त्रस्त है। आज से ठीक एक माह पहले 14 मार्च को आवारा सांडों ने नारनौल के मोहल्ला सलामपुरा में एक विवाह समारोह के कार्यक्रम भी पांच महिलाओं को घायल कर दिया था। इस हादसे में कुछ महिलाओं को तो गंभीर चोंटे आई थी लेनिक संयोग ही था कि किसी प्रकार के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ था। इस हादसे के बाद नगर परिषद के अधिकारियों ने बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन आज एक महीना बीत जाने के बाद भी समस्या जस की तस है। शहर में आवारा सांडों के कारण लोग भय के साये में जी रहे हैं।

महिला पार्षद प्रतिनिधि ने कहा कि शिकायत के बाद नहीं हो रही कार्रवाई

इस मामले में महिला पार्षद संगीता शर्मा के प्रतिनिधि उनके देवर पिंटू शर्मा ने बताया कि शहर और वार्ड में आवारा सांडों व गौवंश की शिकायत वह लिखित रूप में प्रशासन यहां तक की सीएम विंडों में 15 महीने पहले कर चुका है। लेकिन हैरानी की बात है कि इस मामले में प्रशासन और नगर परिषद के अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।

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