गुडग़ांव, 13 अप्रैल (अशोक): प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश में रात्रि कफ्र्यू लगाने की घोषणा कर
दी है। आवश्यक सेवाओं को रात्रि कफ्र्यू में छूट दी गई है। गत वर्ष की तरह लॉकडाउन की घोषणा इस वर्ष न करने का आग्रह उद्यमी प्रदेश सरकार से करते आ रहे हैं। उनका कहना है कि लॉकडाउन की बजाय कोरोना से बचाव के लिए जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन कराया जाए तो बेहतर होगा।

गुडग़ांव में अन्य जिलों की अपेक्षा सबसे अधिक प्रतिदिन कोरोना संक्रमित आ रहे हैं। गुडग़ांव का उद्योग जगत लॉकडाउन झेलने की स्थिति में नहीं है। यदि लॉकडाउन लग जाता है तो इससे अर्थव्यवस्था डगमगा जाएगी। गत वर्ष के लॉकडाउन का उद्योग और व्यापार पर भारी असर पड़ा था, जिससे देश की अर्थव्यवस्था अभी तक भी पटरी पर नहीं आ सकी है। यदि फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया तो स्थिति और अधिक खराब हो जाएगी। इससे हर वर्ग प्रभावित होगा। कोई भी वर्ग चाहे वह व्यापारी हो, कारोबारी हो या फिर कर्मचारी हो। लॉकडाउन के पक्ष
में नहीं है। सरकार व जिला प्रशासन को नाईट कफ्र्यू, सामाजिक दूरी, फेस मास्क लगाने के निर्देशों को सख्ती से लागू कराना चाहिए। यदि आंशिक रुप से भी लॉकडाउन लगा दिया जाता है तो दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली खाद्य सामग्री पर भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा। व्यापारी संगठन भी प्रधानमंत्री से पत्र भेजकर मांग कर रहे हैं कि लॉकडाउन कोरोना से निपटने का स्थायी समाधान नहीं है।
ऐसी स्थिति में यह मुनासिब होगा कि विभिन्न क्षेत्रों में काम के समय में परिवर्तन किया जाए।

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