गुडग़ांव, 12 अप्रैल (अशोक): प्रदेश के बिजली मंत्री रणजीत सिंह व बिजली निगम के उच्चाधिकारियों के गुडग़ांव आगमन पर सैक्टर 3, 5 व 6 आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने भारी-भरकम बिजली बिलों के बारे में बातचीत की। आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष दिनेश वशिष्ठ ने कहा कि इन भारी भरकम बिलों को गुडग़ांव की जनता भरने की स्थिति में नहीं है। क्योंकि कोरोना के कारण सभी का कारोबार व रोजगार प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली बिल के साथ अतिरिक्त धनराशि जमा कराने के लिए भी दर्शायी जा रही है। इस प्रकार की राशि उपभोक्ताओं से न ली जाए। गुडग़ांववासी सदैव से ही बिजली का बिल समय पर भरते रहे हैं, फिर उन पर इस प्रकार का दबाव क्यों बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बिजली निगम के उच्चाधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार का फैसला वर्ष 2005-06 में लिया गया था कि एक माह के बिजली बिल के बराबर विभाग डिपॉजिट लेगा और इसे सिक्योरिटी के रुप में अपने पास रखेगा, जिसका उपभोक्ता को ब्याज भी मिलेगा। आरडब्ल्यूए ने इसका विरोध करते हुए कहा कि लोगों के पास बिजली बिल भरने के तो पैसे नहीं है, सिक्योरिटी कहां से जमा कराएंगे। इसकी 8 से 10 किस्ते बनाई जाएं। बिजली मंत्री का कहना है कि गुडग़ांव से बिजली विभाग को अच्छा राजस्व मिलता है। यहां पर उपभोक्ताओं को सभी सुविधाएं प्राथमिकता के आधार पर दी जाएंगी। Post navigation ऊर्वा के चुनाव में बने धर्मसागर प्रधान, प्रमोद शर्मा महासचिव तीन निजी कंपनियों नामतः युनाइटेड वे दिल्ली, एमवे इंडिया तथा इनोवैन कैपिटल द्वारा जिला प्रशासन को सीएसआर के तहत आवश्यक सामान उपलब्ध करवाया