शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन को नियमानुसार कार्य करने के दिए आदेश

गुरुग्राम, 6 अप्रैल (अशोक): निजी स्कूलों की मनमानी को लेकर अभिभावकों में रोष व्याप्त होता जा रहा है। उनके आरोप हैं कि स्कूल प्रबंधन प्रदेश के शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहा है।

अभिभावकों से जबरन विकास शुल्क लिया जा रहा है और अधिकांश प्रबंधनों ने तो ट्यूशन फीस में भी वृद्धि कर दी है। यदि वे इन शुल्कों का भुगतान नहीं करते हैं तो उनके बच्चों के परिणाम रोके जा रहे हैं। उन्हें अगली कक्षा में बैठने नहीं दिया जा रहा है। इस सबको लेकर गत सप्ताह उन्होंने पालम विहार स्थित मौर्या स्कूल पर प्रदर्शन भी किया था और स्कूल प्रबंधन से आग्रह किया था कि अभिभावकों को परेशान न किया जाए और उनके रोके गए परीक्षा रिपोर्ट कार्ड उनको दिलाए जाएं। मंगलवार को मौर्या स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों के अभिभावक बड़ी संख्या में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी से मिले और उन्हें शिकायत देकर मांग की कि उन्हें न्याय दिलाया जाए। शिक्षा अधिकारी ने स्कूल प्रबंधन को लिखित में आदेश दिए हैं कि बच्चों के रोके गए रिपोर्ट कार्ड तुरंत दिए जाएं और उनके प्रमोशन न रोके जाएं तथा स्कूली बच्चों से शिक्षा विभाग के दिनांक 3 फरवरी के निर्देशानुसार ही फीस ली जाए। अभिभावकों का कहना है कि अब यह देखना है कि स्कूल प्रबंधन शिक्षा विभाग के आदेशों का पालन कर उनके साथ न्याय करता है या नहीं।

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