— भाजपा कार्यकर्ता के लिए व्यक्ति या परिवार प्रथम नहीं, राष्ट्र सर्वोपरि गुरुग्राम। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जीएल शर्मा ने शहर के बूथ नंबर 38 पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी का 41 वां स्थापना दिवस बड़ी धूम धाम से मनाया। इस मौके पर जीएल शर्मा ने भाजपा का झंडा फहराया तथा कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी व पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्प अर्पित कर पार्टी के लिए अपना बलिदान देने वाले हर कार्यकर्ता को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। जीएल शर्मा ने बलिदानी कार्यकर्ताओं को नमन करते हुए कहा कि मैं संगठन के उन सभी महापुरुषों को नमन करता हूं जिन्होंने अपना सर्वस्व अर्पण कर पार्टी को इस वैभव तक पहुंचाया है। भाजपा एक ऐसा संगठन है जिसके सदस्यों के लिए पार्टी ही परिवार है। करोड़ों कार्यकर्ताओं की तपस्या और निरंतर मेहनत के कारण ही संगठन के विकास और राजनीतिक वैभव की यात्रा संभव हुई है। अंत्योदय को अपना मूलमंत्र मानकर राष्ट्र सेवा में समर्पित पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता हमारे संगठन की नींव है। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संकल्पित नये भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए हमें, सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास के मूलमंत्र को जीते हुए ‘सेवा ही संगठन’ के माध्यम से इसे सिद्ध करना है। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन यानी 6 अप्रैल 1980 को बीजेपी की स्थापना हुई। बीजेपी के पहले अध्यक्ष से अटल बिहारी वाजपेई जी बने।b 1984 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिली थी 2 सीटें मिली। 1991 में पार्टी की सीटें बढ़ कर 120 हुई 1996 में 161 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी और आज असंख्य कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम है कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी सियासी पार्टी है। बीजेपी के 41 साल सेवा समर्पण के साक्षी रहे हैं। संकटकाल में नए भारत का खाका तैयार हुआ। बीजेपी से गांव-गरीब का जुड़ाव बढ़ रहा है। हम छोटे किसानों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। हमने हर योजना में महिलाओं को प्राथमिकता दी। उज्ज्वला योजना से मुद्रा योजना तक का लाभ दिया। तीन तलाक और स्वच्छता मिशन के महिलाओं को लाभ। अंतिम छोर के व्यक्तित्व की योजना का लाभ पहुंचाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी लोगों का दिल जीतने वाला अविरल अभियान है। बीजेपी यानी कि सबका साथ- सबका विकास। बीजेपी आने का मतलब परिवारवाद से मुक्ति, बीजेपी आने का मतलब देशहित से समझौता नहीं, बीजेपी आने का मतलब नेशन फर्स्ट है। कितनी ही विषम परिस्थितियों के बावजूद भी बीजेपी कार्यकर्ता अपने विचारों पर डटे रहे। कई दलों से धर्मनिरपेक्षता का मुखौटा उतर गया। बीजेपी कार्यकर्ता तन-मन-धन से सेवा कर रहे हैं। इस मौके पर शीतला मंडल के पूर्व अध्यक्ष सीताराम सिंघल, पूर्वांचल प्रकोष्ठ के धर्मेंद्र मिश्रा, पीडी भारद्वाज, महिपाल थानेदार, नरोतम वत्स, सतीश चैंपियन, आरपी चौहान, अशोक यादव, त्रिवेणी राघव, सतीश शर्मा, मीना कुमारी, सुंदर वर्मा, राजबहादुर पंवार सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। Post navigation भाजपा का 41वां स्थापना दिवस उत्सव के रूप में मनाया गया अमर शहीद राजा नाहर सिंह का 200 जन्म उत्सव