भारत सारथी

गुरुग्राम। देवदूत फाउंडेशन के पंकज गुप्ता का नाबालिग यौन शोषण मामले में आज अदालत से तीन दिन का रिमांड और बढ़ा गया। ध्यान रहे इससे पहले वह ढाई दिन के पुलिस रिमांड में रह चुके हैं।

आज पुलिस ने आरोपी पंकज गुप्ता कोर्ट में पेश कर पांच दिन का रिमांड और मांगा लेकिन न्यायालय ने तीन दिन का रिमांड ही दिया। पुलिस का कहना था कि अभी जांच करनी है और कुछ सबूत और प्राप्त करने हैं।

स्मरण रहे कि पंकज गुप्ता ने देवदूत फाउंडेशन के नाम से गरीबों को पांच रूपए में भोजन कराने का कार्य शुरू किया हुआ है। इसके अतिरिक्त भी वह निशुल्क वृद्धजनों को टिफिन भेजा करते थे और उनके इस कार्य का उद्घाटन विधायक सुधीर सिंगला और भाजपा की जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ ने किया। वर्तमान में यह तो नहीं कह सकते कि पंकज गुप्ता अपराधी ही हैं लेकिन अपराध के छींटे तो अवश्य उन पर हैं और इन बातों से लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म हैं।

चर्चाकार विषय यह भी है कि गुरुग्राम में हजारों एनजीओ होंगे, लेकिन क्या वे एनजीओ जिस लक्ष्य से बने हैं और वे उस लक्ष्य की ओर कार्य कर रहे हैं और एनजीओ संचालक के एनजीओ बनाने के पीछे कहीं राजनैतिक चाह तो नहीं है और या अपने कार्यों को छिपाने के लिए एनजीओ बनाए जाते हैं, जिससे उस व्यक्ति की शासन-प्रशासन में पहुंच हो जाती है और उसके नैतिक-अनैतिक कार्यों पर से ध्यान हट जाता है और वह अपने प्रभाव से शासन में भी कार्य कराने में सक्षम हो जाता है।

बड़ा प्रश्न यह है कि क्या इस घटना से गुरुग्राम में चल रहे एनजीओ,ज की जांच होगी? हमारी जानकारी में कुछ लोग लाए भी हैं कि यह एनजीओ तो केवल लोगों का ध्यान भ्रमित करने के लिए बनाए गए हैं। इनका वास्तविक लक्ष्य कुछ और ही है।

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