गुरूग्राम, 05 अपै्रल। आईएनए के स्वतंत्रता सेनानी गांव खेड़की बाघनवासी श्री अमी लाल का आज स्वर्गवास हो गया। वे 98 वर्ष के थे और फिलहाल दिल्ली के चितरंजन पार्क में रह रहे थे। उनका अंतिम संस्कार आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली में कालाकाजी मंदिर के पास रामबाग में किया गया। जिला प्रशासन गुरूग्राम व राज्य सरकार की तरफ से मानेसर के तहसीलदार सुशील शर्मा ने पुष्पचक्र चढाकर स्वर्गीय अमीलाल को श्रद्धांजलि अर्पित की। 

श्री अमीलाल अपने पीछे पत्नी और एक 70 वर्षीय बेटा बिसंबर छोड़ गए हैं। बिसंबर मानसिक रूप से दिव्यांग है। श्री अमी लाल के अंतिम दिनों में उनकी सेवा उनके भतीजे कंवर सिंह सुल्तानिया ने की। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति की तरफ से कपूर सिंह दलाल जिलाध्यक्ष व सूबेदार बिजेंद्र ठाकरान महासचिव, लेखराज राघव कोषाध्यक्ष ने भी पुष्पमाला अर्पित कर दिव्यांगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने बताया कि श्री अमी लाल 1939 में ब्रिटिश आर्मी में भर्ती हुए थे और दूसरे विश्व युद्ध में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के आह्वान पर ब्रिटिश फौज की नौकरी छोड़कर आजाद हिंद फौज में शामिल हो गए थे। उन्होंने इस दौरान अंगे्रजों की यातनाए सही लेकिन अपने उद्देश्य को पूरा करने व भारत माता को आजाद करवाने के लिए पर्यत्न करते रह और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ आजाद हिंद फौज में कंधे से कंधा मिलाकर लड़ते रहे। आजादी के बाद श्री अमी लाल ने केंद्र सरकार में सीपीडब्ल्यूडी विभाग में सेवाएं दी जहां से वे सन् 1984 में सेवानिवृत हुए। सेवानिवृति के बाद उन्हांेने गांव में अनेक प्रकार के सामाजिक कार्यों में हिस्सा लिया। 

श्री अमीलाल के अंतिम संस्कार में बाबू भाई बिधूड़ी, नवीन कुमार, लक्ष्मण कुमार, विजेंद्र कोटला, नित्यानंद शर्मा, कंवर सिंह सुल्तानियां तथा गांव खेड़की से आए वीर सिंह, विरेंद्र नंबरदार, रणधीर सिंह व अन्य ग्रामीणों ने श्रंद्धाजलि दी। 

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