सरकार ने किसानों के सामने बर्फी की प्लेट रखी, चाहें तो खाएं ना चाहे तो मत खाएं: शिक्षा मंत्री

राज्य सरकार हर 10 किलोमीटर में एक संस्कृति मॉडल स्कूल खोलेगी : कंवरपाल गुर्जर
शिक्षा मंत्री ने मेधावी छात्रों को किया सम्मानित

भारत सारथी/कौशिक

नारनौल । नांगल चौधरी के मुकंदपुरा में आयोजित एक कार्यक्रम में  तीन कृषि कानूनों के फायदे समझाते हुए शिक्षा वन एवं पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि सरकार ने किसानों के सामने बर्फी की प्लेट रखी है किसान चाहे तो बर्फी खा सकते हैं और अगर वे नहीं चाहें तो मना कर सकते हैं। तीन कृषि कानून भी इसी तरह का है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के सामने फसल बेचने के नए द्वार खोले हैं ताकि उन्हें उचित रेट मिल सके। किसानों के लिए नए ग्राहक बनाने का कार्य किया है। अगर किसान को उसकी फसल का अच्छा मूल्य बाहर मिल रहा है तो वह बाहर बेचे और अगर बाहर अच्छा मूल्य नहीं मिल रहा है तो वह न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा बनाई गई मंडियों में भेज सकता है। इस तरह किसान के पास दोनों ऑप्शन है। श्री गुर्जर ने कहा कि इससे विपक्षियों को पेट में दर्द हो रहा है।

उन्होंने विपक्षियों पर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियां एक गहरा षड्यंत्र रचकर नागरिकों को भड़का कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रही हैं। यह किसी के भी हक में नहीं है। उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के संबंध में बताया कि इसके लिए भी किसान बाध्य नहीं है। किसान की मर्जी है। अगर उसे फायदा लगे तो वह कॉन्ट्रैक्ट करें। इसमें किसान के हक सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने कानूनी जामा पहनाया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार दिन रात एक कर के गरीबों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल पूरे प्रदेश को अपना मानते हैं उनके लिए कोई जाति या क्षेत्र महत्व नहीं रखता।

इससे पूर्व अपने संबोधन में शिक्षा वन एवं पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि प्रदेश में आने वाले समय में राज्य सरकार हर 10 किलोमीटर पर एक संस्कृति मॉडल स्कूल खोलेगी ताकि गरीब का बच्चा भी अच्छी शिक्षा हासिल कर सके। इस मौके पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव भी मौजूद थे।

श्री गुर्जर आज परस बाल गोपाल गौशाला मुकंदपुरा में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने पौधारोपण भी किया। शिक्षा मंत्री ने गुर्जर भवन के लिए 11 लाख रुपए देने की घोषणा की तथा स्कूल के लिए 5 लाख देने की घोषणा की। इसके लिए उन्होंने सूची बनाकर देने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूल में कमरों की डिमांड लिखकर भेजने को कहा ताकि उसे भी पूरा करवाया जा सके। वहीं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने भी गौशाला के लिए 5 लाख रुपए देने की घोषणा की।

शिक्षा मंत्री ने मेधावी छात्रों को सम्मानित करते हुए कहा कि यहां के शिक्षकों ने पूरी मेहनत के साथ कार्य किया है और उसका परिणाम है कि इन बच्चों ने अच्छे अंक हासिल किए हैं । उन्होंने ग्रामीणों से भी आह्वान किया कि वे शिक्षकों का सम्मान व सहयोग करें ताकि वे इसी प्रकार पूरी मेहनत के साथ कार्य करें । ग्रामीणों द्वारा कॉलेज खोलने की मांग पर उन्होंने कहा कि वह नियम अनुसार इस कार्य को करने की कोशिश करेंगे लेकिन जो राज्य सरकार के नियम है उस दायरे में रहते हुए इसके लिए आगे विचार किया जाएगा।

 इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने हसला प्रधान शर्मिला यादव को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सराहा।

इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विजेंद्र श्योराण, डीपीसी राजबाला यादव, गुर्जर सभा के जिला अध्यक्ष डा. हंसराज गुर्जर, चेयरमैन रविंद्र गुर्जर, जिला पार्षद सुरेश कुमार, प्राचार्य डा. नीरज गौड़, समस्त स्कूल स्टाफ, सरपंच राजकुमार व समस्त ग्रामवासी मौजूद थे।

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