बाढड़ा हल्के के विभिन्न अप्रोच रास्तों पर विभाग शुरु करेंगा परिवहन सेवा, आम जनमानस को मिलेगी सुविधा। बाढड़ा जयवीर फोगाट ,बाढड़ा व झोझूकलां के सरकारी कालेज की छात्राओं को आवागमन के लिए अब निजि वाहनों की झंझट से छुटकारा मिल गया है। विधायक नैना चौटाला के आदेश पर रोडवेज महाप्रबंधक ने इन दोनों कालेजों से सुबह व दोपहर के समय बाढड़ा से ढिगावा, बाढड़ा से ऊण, माई, बधवाना, दादरी रुट, बाढड़ा से झोझूकलां समेत पांच रुटों पर बस सेवा संचालन को हरी झंडी दे दी है। इससे छात्राओं की लंबित बड़ी मांग पूरी हो गई है। वहीं साथ ही साथ परिवहन विभाग ने दादरी से लोहारु रुट पर सुबह साढ़े पांच बजे पहली बस को शुरु करने के भी आदेश जारी कर दिए हैं। उपमंडल मुख्यालय पर स्थित राजकीय महिला कालेज व झोझू महिला कालेज में मौजूदा समय में दो हजार की संख्या में छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन छात्राओं के कालेज में आने-जाने के लिए सरकारी बसों की सुविधा न के बराबर ही थी। इसी मजबूरी के चलते छात्राओं को निजि वाहनों में बैठकर आना जाना पड़ता था। वहीं बाढड़ा से ढिगावामंडी, बाढड़ा से कादमा, बाढड़ा से भिवानी वाया हडौदा, हडौदी, डोहका इत्यादि पांच अप्रोच रुटों पर बस सुविधा संचालन कम होने से छात्राओं व आमजन को बहुत मुश्किल से अपने गन्तव्य तक पहुंचना पड़ता था। लोंगो परेशानियों को समझते हुए व पंचायत प्रतिनिधियों व छात्राओं के प्रतिनिधि मंडल द्वारा दिसंबर माह में विधायक नैना चौटाला के समक्ष इस समस्या के समाधान की मांग की गई थी। लोंगो की उचित मांग पर विधायक नैना सिंह चौटाला ने कोरोना संकट में कमी आते ही तथा नए सत्र से पहले प्रत्येक रुट पर अलग अलग बस सुविधा उपलब्ध करवाने का भरोसा दिया। जिसके बाद रोडवेज महाप्रबंधक से बाढड़ा व झोझू दोनों कालेजों की छात्राओं के आवागमन के लिए विशेष तौर पर गुलाबी बस संचालन करने का आदेश दिया। जजपा जिलाध्यक्ष नरेश द्वारका, महिला सैल अध्यक्ष शशीप्रभा नांधा, संजीव मंदौला, भूप मांढी, विजय गोपी, रामफल कादमा, राजेन्द्र हुई इत्यादी ने कहा कि बाढड़ा कालेज की छात्राओं के लिए विशेष गुलाबी बस सेवाओं का संचालन आरंभ करवा कर विधायक नैना चौटाला ने सराहनीय कार्य किया है वहीं इससे छात्राओं वर्षो पुरानी लंबित मांग पूरी हो गई है। प्रदेश सरकार की नियत हर लड़की को उच्च स्तर की शिक्षा मुहैया करवाना है। जिसके लिए हरसंभव सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। Post navigation कितलाना टोल पर फूंकी नए लेबर कोड की प्रतिलिपियां किसानों ने धरना स्थल का बदला स्वरूप, गर्मी से बचने को लगाए बांस और जाली।